Jaipur News: कल देश भर में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. छोटी काशी जयपुर के सभी देवालय में तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. तारकेश्वर महादेव मंदिर झारखंड महादेव मंदिर जंगलेश्वर, भूतेश्वर और रोजगार ईश्वर महादेव मंदिर सहित राजधानी के अन्य शिवालय में सुबह से ही जलाभिषेक दुग्धाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का रैला उमड़ेगा. मंदिरों में विशेष आकर्षण लाइटिंग और सजावट की गई है.


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शिव और शक्ति की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि श्रद्धा और भक्ति के साथ कल मनाया जाएगा. इसके लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है. ताड़केश्वर महादेव मंदिर के महंत अमित कुमार पाराशर ने बताया कि मंदिर में चार पहर की पूजा के साथ कई अनुष्ठान होंगे. सुबह 4:00 बजे मंदिर के पट खुल जाएंगे और पट खुलते ही भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी. सुबह 4:00 बजे से पूरा दिन और पूरी रात भगवान भोलेनाथ के दर्शन भक्तों को होंगे रात्रि को विशेष चार पहर की पूजा का विधान है. 


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कल शाम को 6:30 बजे से लेकर 9:30 तक प्रथम पर की पूजा होगी. इसके बाद 9:30 से 12:30 बजे तक दूसरे पहर की पूजा होगी 12:30 से 3:30 तक तीसरे पहर की पूजा होगी रात 3:30 से लेकर सूर्योदय तक चौथ पर की पूजा होगी, जो व्यक्ति पूरे साल भर तक भगवान भोलेनाथ की पूजा नहीं करता और शिवरात्रि के दिन पूजा करता है तो उसे पूरे साल भर की पूजा का फल मिलता है.


भगवान भोलेनाथ को आंकड़े की माला धतूरा और बेलपत्र यह जरूर चढ़ाने चाहिए इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्त को आशीर्वाद देते हैं. साथ में ऋतु फल गाजर मोगरी भगवान को अर्पित करनी चाहिए. इससे भगवान प्रसन्न होते हैं. साथ में पंचामृत से अभिषेक भी भगवान भोलेनाथ का करना चाहिए.


मंदिर में विशेष आकर्षित लाइटिंग की गई
झारखंड मंदिर में भी आज रात से ही श्रद्धालुओं की लाइन लगना शुरू हो जाएगी. यह सिलसिला कल रात तक लगातार चलेगा. मंदिर के ट्रस्ट अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि मंदिर में विशेष आकर्षित लाइटिंग की गई है. इसी के साथ ही विभिन्न फूल पत्तियों से मंदिर को सजाया गया है. कल के दिन भोलेनाथ की पूजा करने से भगवान भोलेनाथ खुश होते हैं और भक्तों को पूरा आशीर्वाद देते हैं. महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग लाइनों की व्यवस्था की गई है. इसी के साथ ही 25 सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चाक चौबंद किया गया है, लाइनों में लगने वाले भक्तों को लाइन में ही पीने के पानी की व्यवस्था मंदिर प्रशासन की ओर से की गई है. जलाभिषेक के लिए भक्तों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए रामचरों की विशेष व्यवस्था की गई है. शाम को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा और इसी के साथ भगवान शंकर का अलौकिक और दिव्य श्रृंगार होगा.


रंग-रोगन और साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया गया
शिवरात्रि पर्व पर शिव जी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा दूध, दही, शहद, घी, शक्कर आदि से करनी चाहिए और जलाभिषेक करना चाहिए. इस दिन रूद्र अभिषेक का विशेष महत्व है. शिवालयों में रंग-रोगन और साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया गया है. शिवालयों को बांदरवाल, रंगीन रोशनी से सजाया जा चुका है. सभी शिव भक्त कल शिवरात्रि पर्व का बेसब्री से इंतजार करते हुए नजर आ रहे हैं.