Jaipur news: राजस्थान प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ने के साथ ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. पश्चिमी राजस्थान में अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. फलोदी का अधिकतम तापमान 37 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया वहीं गंगानगर और जैसलमेर का तापमान 36 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ. पूर्वी राजस्थान का तापमान 30 से 34 डिग्री के बीच बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल 15 अगस्त तक प्रदेश में बारिश के आशा नजर नहीं आ रहे हैं, कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना मौसम विभाग द्वारा व्यक्त की गई है. प्रदेश में मानसून कमजोर होने की सबसे बड़ी वजह है ट्रफ लाइन का प्रदेश से अधिक दूरी होना बताया जा रहा है. 


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ट्रफ लाइन फिलहाल हिमाचल प्रदेश के ऊपर से गुजर रही है, इसके चलते प्रदेश में मानसून अपनी बेरुखी दिखा रहा है. पिछले 5-7 दिनों से राज्य में कमजोर मानसून परिस्थितियां दर्ज की जा रही है, वहीं आगामी एक सप्ताह और मानसून कमजोर रहेगा. मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए बुलेटिन में बताया गया प्रदेश के अधिकांश भागों में तेज हवाएं 25 से 35 Kmph चलने की संभावना है. जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा, जयपुर संभाग के अधिकांश भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा और उत्तर-पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग शेखावाटी क्षेत्र के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है. फिलहाल प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने के भी संकेत मौसम विभाग की ओर से मिल रहे हैं. 


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इसी के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश मानसून के दौरान दर्ज की जा चुकी है. बिपरजॉय तूफान ने मानसून के पहले ही कई जिलों की बारिश का कोटा पूरा कर दिया था. इसी के साथ मौसम विभाग का कहना है कि टर्फ लाइन जैसे ही राजस्थान की और बढ़ेगी, और अरब सागर में नमी और कम दबाव का क्षेत्र बनते ही प्रदेश में मानसून का दौर एक बार फिर शुरू होगा, जिससे प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं. 


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