Jaipur: कर्मचारी संगठन एक बार फिर से एक मंच पर आकर सरकार का विरोध कर रहे हैं.अपनी मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले हल्ला बोलेंगे. 28 से 31 दिसंबर तक ब्लॉक स्तर पर संगठन समितियों का गठन करेगा,उसके बाद 4 जनवरी से 3 दिन तक जिला मुख्यालयों पर चेतना यात्रा निकाली जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संघर्ष समिति के संयोजक महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि 11 जनवरी को कर्मचारी सभी ब्लॉक स्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे.18 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर वाहन आक्रोश रैली निकाल जाएगी. 23 जनवरी को जयपुर में कर्मचारी महा आक्रोश रैली निकालकर विरोध जताएंगे. कर्मचारी दावा कर रहे है कि इस रैली में एक लाख के पार कर्मचारी सरकार का विरोध करने सडकों पर उतरेंगे.


इन मांगों के लिए होगा आंदोलन


  • कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर वर्ष 2013 की अनुसूची 5 के अनुसार सातवें वेतन आयोग में वेतन निर्धारण किया जाए और न्यूनतम वेतन 26000 हो.

  • 9,18 और 27 वर्ष की सेवा पर एसीपी के स्थान पर 7,14,21, और 28 वर्ष की सेवा पर पदोन्नति पद का वेतनमान स्वीकृत किया जाए.

  • विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा किए गए समझौतों और सहमतियों को लागू किया जाए.

  • सहायक कर्मचारियों को एमटीएस घोषित किया जाए.

  • नियमित पदों पर संविदा कार्मिकों के भर्ती के लिए जारी संविदा नियम 2022 को प्रत्याहारित कर रिक्त पदों पर नियुक्त संविदा कार्मिकों / अस्थाई कार्मिकों को  नियमित किया जाए.

  • परादर्शी स्थानांतरण नीति जारी की जाए.

  • प्रदेश में लागू की गई पुरानी पेंशन योजना के पश्चात कर्मचारियों के एनपीएस की राशि जी पी एफ खाते में स्थानांतरित की जावे तथा कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋण की वसूली के जारी आदेशों को प्रत्याहारित किया जाए.

  • प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों को शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते स्वीकृत किए जाए.

  • इस खबर की फीड 2 सी में अटैच है.