Jaipur News: जयपुर के इंडस्ट्रियल एरिया में गार्ड पर हमले के बाद एक घर में घुसे तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है. करीब एक घंटे तक पूरा परिवार तेंदुए के साथ घर में ही कैद में रहा. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पहले मां-बेटियों और महिला को घर से बाहर निकाला. इसके बाद तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया.


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जयपुर के रिहायशी इलाके में एक बार फिर से तेंदुए ने दस्तक दे दी. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे मालवीय नगर के इंडस्ट्रियल एरिया में अचानक एक फैक्ट्री में तेंदुआ घुस आया. 9 बजते बजते वन विभाग की टीम तक सूचना पहुंची तो तब तक तेंदुआ बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कैंपस में घुस गया. कॉलेज में तेंदुए के घुसने की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया. इस बीच मौके पर पहुंचे पुलिस और वन विभाग की टीमों ने पूरे इलाके को घेर लिया. इस दौरान वन विभाग की टीम ने एक शॉट फायर किया तो तेंदुआ गार्ड गणेश प्रजापत पर हमला बोलते हुए दूसरी फैक्ट्री में चला गया.



गणेश पर हमले से उनका सिर खून से लाल हो गया.उन्हें तुरंत ले अस्पताल ले जाया गया. वहीं तेदुआ एक फैक्ट्री के पास मकान में जा घुसा, जहां एक कमरे में मां बेटी समेत पूरा परिवार मौजूद था और दूसरे कमरे में तेंदुआ. एक घंटे तक मां, बेटी और बच्चे तेंदुए के साथ एक ही घर में कैद रहे. बताया जा रहा है कि एक दूसरा मजदूर में तेंदुए के हमले में घायल हुआ था.


एक कमरे में पैंथर, दूसरे में परिवार
वन विभाग की टीम ने घर में मौजूद पैंथर पर तीन फायर किए थे. इनमें एक शॉट मिस हो गया था. वहीं, दूसरा शॉट तेंदुए को लगा लेकिन उससे वो 50 प्रतिशत तक ही निष्क्रिय हुआ था. इसके बाद तीसरे शॉट से वो ट्रेंकुलाइज हुआ. घर के अंदर फंसे परिवार को बाहर निकाल लिया गया है. जो पूरी तरह से सुरक्षित है. साथ ही तेंदुए को भी ट्रेंकुलाइज गन की मदद से तेंदुए को काबू किया है. घर के अंदर नीरज सिंह और भतीजी सिचा है और उनकी दो बेटियां छोटी क्वीटी तेंदुए को देख घबरा गए. सभी ने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया है. तेंदुए का मूवमेंट घर के अंदर ही था.काफी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने ढाई घंटे बाद तेंदुए के ट्रैकुलाइज में सफल रहे.



लेकिन सवाल ये बना हुआ है आखिर बार बार जंगल छोड़कर तेंदुए रिहायशी इलाकों में प्रवेश क्यों कर रहे हैं. क्या तेंदुए के लिए जगल कम होता जा रहा है या हम खुद जंगल की तरफ बढ़ते जा रहे हैं.