Jaipur News: पीएचईडी में महिला कर्मचारी के साथ हुए शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का मामला सामने आने के बाद जलभवन मुख्यालय में हलचल मच गई है. पीड़िता ने जलप्रदाय-सीवरेज प्रबंध मंडल में कार्यरत देवीसिंह भाटी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था, जिसके बाद से विभाग की विशाखा समिति एक्टिव हो गई है, लेकिन एक्टिव होते ही ये समिति सवालों के घेरे में घिर गई है.


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जलदाय मुख्यालय में ये क्या हो रहा?
जलदाय विभाग के मुख्यालय में बैठे सहायक प्रशासनिक अधिकारी देवीसिंह भाटी पर बहुत ही गंभीर आरोप लगे है. देवीसिंह भाटी 5 साल से महिला कर्मचारी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था. इतना ही नहीं महिला ने आरोप लगाए है कि देवीसिंह ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसकी आपत्तिजनक फोटो लेकर वायरल करने की धमकी भी दे रहा था.


देवीसिंह यही नहीं रूका बल्कि उसके साथ इतनी मारपीट की, जिससे महिला के कान का पर्दा फट गया. इस पूरे मामले के बाद जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर प्रशासन राकेश लुहाड़िया का कहना है कि देवीसिंह के खिलाफ शिकायत मिली है, जिसे विशाखा समिति पूरे मामले की जांच कर रही है. हालांकि विभाग ने देवीसिंह को एपीओ कर दिया है.


एनजीओ को नजरअंदाज, मामले को दबाने की कोशिश
पूरे मामले के बाद विशाखा समिति को फिर से एक्टिव किया गया. समिति ने पहली मीटिंग कर पीड़िता से बयान भी ले लिए है, लेकिन एनजीओ की सदस्य विजया पारीक को इस मीटिंग से दूर रखा गया. इस समिति में सभी सदस्य विभाग से जुड़े है, लेकिन एकमात्र एनजीओ सदस्य है, जो बाहरी सदस्य है, लेकिन इस समिति ने इन्हें इस मामले में पूरी तरह से नजरअंदाज किया हुआ है. ऐसे में एनजीओ को ना बुलाकर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है.