Jaipur news: राजस्थान में भजनलाल सरकार की पहली वर्षगांठ पर PKC-ERCP का शिलान्यास संभव है. सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी आधारशिला रख सकते है. केंद्र,मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच पहले ही एमओयू हो चुका है. अब तीनों सरकारे एक साथ शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हो सकती है. आखिर राजस्थान के लिए कैसे ये परियोजना वरदान साबित होगी.


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राजस्थान की भजनलाल सरकार की पहली वर्षगांठ आने वाली है. सरकार अपनी वर्षगांठ पर राजस्थान को कई सौगात देगी. लेकिन इनमें सबसे बड़ी सौगात पार्वती कालीसिंध चंबल और ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट की मिल सकती है. सूत्रों बताते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PKC-ERCP की आधारशिला रख सकते है. जल शक्ति मंत्रालय और जल संसाधन विभाग इसकी तैयारियों में जुटा है. तारीख तय होने के बाद तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा. राजस्थान के 21 जिलों को ERCP से जरिए पानी मिल पाएगा. ERCP पर केंद्र और राज्य सरकार 45 हजार करोड खर्च करेगी.


बताया जा रहा है कि राईजिंग राजस्थान के बाद PKC-ERCP का शिलान्यास कार्यक्रम होने की संभावना है. मरुधरा के लिए ये परियोजना बहुत मायने में कारगर साबित होगी,क्योंकि इस प्रोजेक्ट से 21 जिलों के किसानों और ग्रामीणों की काफी उम्मीदे है. राजस्थान के जयपुर,टोंक,अजमेर,दौसा,करौली,सवाई माधोपुर,झालावाड़,बारां,कोटा,बूंदी,अलवर,भरतपुर और धौलपुर को लाभ मिलेगा. नए ज़िले दूदू,कोटपूतली-बहरोड़,डीग,शाहपुरा,केकड़ी,ब्यावर और गंगापुर जिले तक पेयजल और सिंचाई के लिए पानी पहुंचेगा. पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ERCP की नींव रखने के लिए केंद्र सरकार से समय मांगा था.

 

इस परियोजना में कुल 45 हजार करोड़ खर्च होंगे,जिसमें से राज्य को 4500 करोड़ खर्च करना होगा. बाकी केंद्र सरकार खर्च करेगी. अब इंतजार है कि ERCP के लिए उस तारीख का,जिससे 21 जिलों को पानी के रूप में अमृत मिलेगा.