Jaipur News:राजस्थान के जल जीवन मिशन की प्रक्रिया बदलाव होगा,ताकि इस मिशन की रफ्तार बढ सके.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश के बाद पीएचईडी एक्टिव हो गया है.अब जलदाय विभाग जल जीवन मिशन में पिछड़ने के बाद नए तरीके से काम करेगा,ताकि जेजेएम की रैंकिंग सुधर सके.क्योंकि राज्य जल जीवन मिशन में देश में सबसे फिसड्डी राज्यों में से एक है.


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छोटे पैकेज को बढावा
राजस्थान के जल जीवन मिशन की गति बहुत स्लो है.इस मिशन के तहत मार्च 2024 तक 1 करोड 7 लाख कनेक्शन का लक्ष्य था,लेकिन राज्य में अब तक महज 53,18,641 कनेक्शन हुए,यानि 50 फीसदी काम ही हो पाया.इसके आंकड़ों को देखते हुए राज्य सरकार अब प्रक्रिया को सरल कर रही है,ताकि जल जीवन मिशन में राजस्थान आगे बढ़ सके.



इसके लिए जलदाय विभाग फाइनेंस और तकनीकी बिड की प्रक्रिया को सरल करेगी,ताकि टैंडर जल्द से जल्द लग सके.इसके अलावा छोटे पैकेज को बढावा दिया जाएगा,जिससे अधिक से अधिक कार्य हो सके.पार्टिसिपेट फर्मों की कैपेसिटी 3 गुना से बढ़ाकर 4 गुना कर दी है.जलदाय सचिव समित शर्मा कह चुके है कि पारदर्शिता के साथ टैंडर करेंगे,ताकि किसी तरह का विवाद ना हो.



उनका कहना है कि तकनीक के जरिए पारदर्शिता होगी.राजस्थान में करीब 25 लाख पेयजल कनेक्शन ऑन गोइंग है,जलदाय विभाग इन कनेक्शन को जारी कर जनता को राहत देने की कोशिश कर रहा है.
बाइट-समित शर्मा,सचिव,जलदाय विभाग


किस साल कितने कनेक्शन हुए
नंबर                साल                                  कनेक्शन हुए
1         2019-20             1,02,169 कनेक्शन


2.        2020-21             6,80,883 कनेक्शन,


3.        2021-22             5,38,030 कनेक्शन


4         2022-23              13,88,472 कनेक्शन,


5.        2023-24              12,17,862 कनेकशन,


6.        2024-25              2,17,094 कनेक्शन



33 वें पायदान पर राजस्थान
राजस्थान देश में पश्चिमी बंगाल के बाद रैंकिंग में 33 वे पायदान पर है.पिछले साल से ही जल जीवन मिशन की रैंकिंग में कोई सुधार नहीं हुआ है.ऐसे में अब उम्मीद करते है कि प्रक्रिया को सरल बनाने के बाद जल जीवन मिशन की गति बढ़ पाएगी,जिससे हर घर तक पेयजल के लिए राहत पहुंचेगी.