Jaipur News: मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. बीजेपी नेताओं ने बजट को 2047 के विकसित भारत का बजट बताया तो वहीं कांग्रेस ने बजट को निराशाजनक करार दिया.


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केंद्र की मोदी सरकार के बजट को लेकर भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया जाहिर की. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यह बजट सरकार बचाने वाला बजट है. केंद्र सरकार पर दबाव साफ दिखाई दे रहा है. जूली ने कहा कि पहले फोकस गुजरात पर रहता था अब तीन राज्यों पर हो गया. महंगाई को लेकर बजट में कोई राहत नहीं दी गई. 


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बजट को लेकर सचिन पायलट ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बजट में बाकी प्रदेशों की योजनाओं का जिक्र हुआ लेकिन राजस्थान की यमुना लिंक और ERCP योजना से जुड़ी कोई बात नहीं की गई. यह जनता के साथ छलावा हुआ है. इस बजट को रोजगारोन्मुखी बताने का प्रयास किया गया. इसका मतलब साफ है कि बीजेपी सरकार भी मान चुकी है कि बेरोजगारी चरम पर पहुंची है. उन्होंने कहा कि इस बजट से बेरोजगारी कम नहीं होने वाली है. सरकार को हर तरह से सरकारी पूंजीगत व्यय को और बढ़ाने पर जोर देने की आवश्यकता है.


 


वहीं पीसीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह बजट निराशा लेकर आया है. राजस्थान बजट से पूरी तरीके से गायब है. लोकसभा चुनाव में 11 सीट हारने का राजस्थान की जनता से बदला लिया गया.


वहीं, बजट को लेकर राजस्थान सरकार के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. 2047 से पहले विकसित भारत बने उसे दिशा में बजट पेश किया गया है.


वहीं, कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि साधारण परिवारों के लिए इनकम टैक्स में छूट दी गई है और रोजगार पर फोकस किया गया है. एक तरह से यह विकसित भारत के सपने को पूरा करने के कदम के रूप में देखा जा सकता है. बजट को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री केके विश्नोई ने कहा कि विपक्ष का काम है कमियां और खामियां निकलना लेकिन देश की जनता पीएम मोदी की विजन को देख रही है. यह बजट नए कीर्तिमान स्थापित करेगा.