Jaipur News: 27 अक्टूबर को पूरे देश में धूमधाम के साथ 76वां इन्फेंट्री डे मनाया जाएगा. आज से 76 साल पहले 27 अक्टूबर को भारतीय सिख रेजीमेंट की पहली बटालियन ने श्रीनगर एयरबेस पहुंचकर पाकिस्तानी रेंजरों और कबायली हमलावरों के खिलाफ असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प दिखाते हुए युद्ध लड़ा था. जिसकी बदौलत जम्मू कश्मीर आज भारत का हिस्सा है.


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 युद्ध में भाग लेने वाले और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले तकरीबन 1000 सैनिकों और अफसर को नमन करते हुए राजधानी जयपुर में रिटायर्ड ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह गुलिया 91 किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे. जी मीडिया से खास बातचीत के दौरान कुलदीप सिंह गोलिया ने बताया कि वह इस पदयात्रा के दौरान तकरीबन 1 लाख कदम चलेंगे, और कोशिश करेंगे. 


भारतीय सेना का अफसर कभी बूढ़ा नहीं होता


इस 91 किलोमीटर की पदयात्रा को 100 किलोमीटर में तब्दील किया जाए. उन्होंने बताया कि अपनी पदयात्रा के जरिए वह यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतीय सेना का अफसर कभी बूढ़ा नहीं होता और जिस दिन देश को उसकी जरूरत पड़े तो बुलाने पर वह आने को तैयार रहता है. साथ इन्होंने बताया कि उनको रिटायर्ड हुए 20 साल हो चुके हैं और वह अभी भी पूरी तरह से फिट है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों की अवधारणा रहती है कि सेना में जवान तो पूरी तरह से फिट हैं, लेकिन अफसर नहीं.


 पदयात्रा की शुरुआत करेंगे


लोगों की इसी धारणा को बदलने के लिए वह पदयात्रा के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतीय सेना के अफसर भी पूरी तरह से फिट हैं. उन्होंने बताया कि वह 15 से 16 घंटे में अपनी इस पदयात्रा को पूरा करेंगे. वह वैशाली नगर स्थित महादेव नगर से इस पदयात्रा की शुरुआत करेंगे.विजय द्वार, सैन्य क्षेत्र में स्थित वॉर मेमोरियल, जलेब चौक, ल्बर्ट हॉल, सेंट्रल पार्क, 22 गोदाम, सोडाला होते हुए पदयात्रा महादेव नगर में आकर पूरी होगी. रिटायर्ड ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह गुलिया पर्यावरण पर कई तरह की किताबें भी लिख चुके हैं.


Reporter- Vinay Pant


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