Jaipur News: प्रदेश के विभिन्न विश्वविधालयों में गेस्ट फेकल्टी के रुप में कार्यरत विद्या सम्बल योजना के शिक्षकों का धरना आज आठवें दिन भी जारी रहा.पिछले 8 दिनों से राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर धरने पर गेस्ट फैकल्टी धरने पर बैठे हैं. 3 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

धरना दे रहे विद्या संबल योजना के शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने जिन विद्या सम्बल योजना के तहते शिक्षकों को बिना सूचना के हटाया है,उन्हें वापस लगाया जाए.महाविधालयों में विधा सम्बल के तहत सहायक आचार्यों की नियुक्ति में यूजीसी के एक्ट की पालना की जाए. यूजीसी के नियमानुसार मासिक वेतन दिया जाए. इसके साथ ही विद्या संबल योजना के शिक्षकों की कैडर बनाया जाए ताकि इनका भविष्य सुरक्षित हो सके.धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने जल्द ही मांगों को नहीं माना तो बड़े स्तर पर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन किए जाएंगे.


बता दें कि राजस्थान सरकार ने उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने और विद्यार्थियों की शैक्षणिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 2021 में विद्या संबल योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में 2000 सहायक आचार्य नियुक्त किए गए थे. हालांकि, सत्र पूरा होने से पहले ही इनमें से आर्ट्स के करीब 300 सहायक आचार्य को हटा दिया गया, और कॉमर्स के भी 300 शिक्षकों पर कभी भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है. 


ये भी पढ़ें- जयपुर: अब तक 128 विधानसभा क्षेत्रों में हुई जन आक्रोश सभा, इस समय तक पूरा करने पर हुआ मंथन


अभी हाल ही कॉलेज शिक्षा में विद्या संबल योजना के तहत अस्थायी शिक्षक लगाने के प्रावधानों में बदलाव किया गया था. राजकीय कॉलेजों में 60 फीसदी स्वीकृत पद रिक्त रहने की स्थिति में ही अस्थाई शिक्षक लगाने की बाध्यता को सरकार ने हटा दिया है. अब कॉलेजों में शून्य पद रिक्त रहने पर भी अस्थाई शिक्षक लगाए जा सकेंगे. बावजूद इसके सहायक आचार्य पद पर लगे अस्थाई शिक्षकों को हटाया जा रहा है.


Reporter-Anoop Sharma