Jaipur latest News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में परिवहन विभाग ने एक नया जांच अभियान शुरू कर दिया है. जयपुर आरटीओ प्रथम के अधीन आने वाले मोटर ड्राइविंग स्कूलों की जांच के लिए अभियान शुरू किया गया है. मोटर ड्राइविंग स्कूलों द्वारा वाहन चलाना सिखाने के दौरान आमजन से अधिक पैसे लिए जाने की शिकायतें आम हैं. इसी तरह मोटर ड्राइविंग स्कूलों पर लर्निंग लाइसेंस जारी करने में भी अनियमितताएं होती हैं. अब इन मुद्दों को देखते हुए परिवहन विभाग ने जयपुर शहर में मोटर ड्राइविंग स्कूलों की जांच के लिए अभियान शुरू कर दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयपुर आरटीओ प्रथम के क्षेत्राधिकार में करीब 28 मोटर ड्राइविंग स्कूल संचालित हैं. अगले कुछ दिनों में इन सभी ड्राइविंग स्कूलों की परिवहन विभाग के जिला परिवहन अधिकारियों और उड़नदस्तों द्वारा जांच की जाएगी. जयपुर आरटीओ प्रथम राजेश चौहान ने इस संबंध में 6 जिला परिवहन अधिकारियों और उड़नदस्तों को ड्राइविंग स्कूलों की जांच के लिए आदेश दिए हैं. 


दरअसल कई मोटर ड्राइविंग स्कूलों में जहां वाहन चलाना सिखाने के लिए इंस्ट्रक्टर भी नहीं होते, तो वहीं कई स्कूलों में सिमुलेटर जैसे जरूरी उपकरण भी नहीं रखे जाते हैं. इस कारण यहां से बनने वाले लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस की गुणवत्ता और वाहन चलाना सिखाने को लेकर सवाल खड़े होते हैं. 


जयपुर RTO प्रथम में ड्राइविंग स्कूलों का जांच अभियान


DTO संजीव दलाल, निरीक्षक अतुल कटियार, रजत माथुर जांच करेंगे. लक्ष्य, जय हनुमान, जयपुर MDS, श्री राधे, श्री बजरंग MDS की जांच करेंगे. DTO रमेश चंद मीना, निरीक्षक नवीनत बाटड़, भूपेन्द्र डाबल जांच करेंगे. बटुक भैरू, बाबा, केपी ऑटोमोटिव्स मारुति, चन्द्रमौलि, श्रीगणेश MDS जांच की. DTO सुनील सैनी, निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह और पीडी सोनी जांच करेंगे. तुलसी, जेके, पिंकसिटी, कल्पना और इंडिया मोटर ड्राइविंग स्कूल की जांच करेंगे. DTO रमेश पांडे, निरीक्षक मनीष सोनी, अखिलेश सिंह जांच करेंगे. 


यह भी पढ़ें- Tonk News: आपसी रंजिश में शख्स पर जानलेवा हमला, 6 लोगों पर हमले का आरोप


किंग्स इंस्टीट्यूट, तोमर, तनीषा, जान्वी व मामाजी MDS की जांच करेंगे. DTO आदर्श सिंह राघव, निरीक्षक यशपाल शर्मा, चेतन सैनी जांच करेंगे. सनशाइन, नवश्री, हार्दिक और मोदी मोटर ड्राइविंग स्कूल की जांच करेंगे. DTO विनोद सैनी व निरीक्षक मनोज कुमार शर्मा जांच करेंगे. कमल, आशा, शेखावत और यादव मोटर ड्राइविंग स्कूल की जांच करेंगे.


जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि लर्निंग लाइसेंस जारी करने वाले कई मोटर ड्राइविंग स्कूलों में वाहन चलाना सिखाने के लिए इंस्ट्रक्टर मौजूद हैं या नहीं. कई स्कूलों में सिमुलेटर नहीं होने की शिकायतें हैं जिनका परीक्षण किया जाएगा. कई मोटर ड्राइविंग स्कूल संचालक भारी वाहन चलाने का प्रमाण पत्र तो जारी कर रहे हैं, लेकिन मौके पर भारी वाहन चलाना सिखाने के लिए ट्रक ही नहीं है. ऐसे में यदि मोटर ड्राइविंग स्कूलों में अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.


परिवहन विभाग की इस कार्रवाई से मोटर ड्राइविंग स्कूलों की अनियमितता को लेकर कार्रवाई होने की संभावना तो है, लेकिन साथ ही जरूरत इस बात की है कि परिवहन विभाग अवैध रूप से संचालित मोटर ड्राइविंग स्कूलों पर भी कार्रवाई करें.