Jaipur News: जलदाय विभाग में पिछले कई दिनों से चीफ इंजीनियर की दो कुर्सियां खाली है. जल जीवन मिशन और तकनीकी के इंजीनियर की कुर्सियां खाली होने से अब सवाल यह है कि आखिरकार चीफ इंजीनियर की इन कुर्सियों का चार्ज किसे दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए अब जलदाय विभाग में लॉबिंग तेज हो गई है.


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राजस्थान के विवादित जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर की कुर्सी पिछले कई दिनों से खाली है. इसके साथ-साथ तकनीकी के इंजीनियर की कुर्सी भी कोई नहीं संभाल रहा. दो कुर्सियां पिछले कई दिनों से खाली होने के बाद में अब चर्चाएं जोरों पर है कि किस इंजीनियर को चीफ की कुर्सी का अतिरिक्त चार्ज दिया जाएगा? हालांकि इसके लिए राजनीतिक और प्रशासनिक लॉबिंग में भी इंजीनियर्स जुटे है.


जलदाय विभाग में चर्चा है कि जोधपुर या जयपुर में रहे चीफ इंजीनियर को जल जीवन मिशन की कुर्सी का चार्ज दिया जा सकता है. इसके अलावा तकनीकी के इंजीनियर का चार्ज एक एडिशनल चीफ इंजीनियर को दे सकते हैं. हालांकि अब तक चीफ इंजीनियर की चार्ज को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुए हैं. लेकिन आज या कल में जल्द ही विभाग आदेश जारी कर सकता है.


जलदाय विभाग में दोनों ही कुर्सियां काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. राजस्थान में जल जीवन मिशन में अभी तक 53 फ़ीसदी ही कनेक्शन हो पाए हैं. अब नए चीफ इंजीनियर पर यह दबाव रहेगा की कैसे जल जीवन मिशन का काम तेजी से आगे बढ़ सके. क्योंकि राजस्थान जल जीवन मिशन में देश में सबसे फिसडी साबित हो चुका है, इसीलिए हर घर नल कनेक्शन की चुनौती नए चीफ इंजीनियर पर रहेगी. इसके साथ-साथ तकनीकी के इंजीनियर पर टेंडर्स में कंडीशन को लेकर काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है.


जल जीवन मिशन और तकनीकी के साथ-साथ स्पेशल प्रोजेक्ट चीफ इंजीनियर की कुर्सियां अतिरिक्त चार्ज पर रहेगी. अब ऐसे में जलदाय विभाग में तीन कुर्सियां अतिरिक्त चार्ज पर चली जाएगी. लेकिन सवाल ये है कि इंजीनियर्स की लॉबिंग में कौन किस पर भारी पड़ेगा?