Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर में 31 अगस्त को कल घुमंतू, अर्ध घुमंतू, विमुक्त जाति महा मुक्ति दिवस बुधवार को मनाया जाएगा. जिसमें प्रदेशभर से घुमंतू, अर्ध घूमंतू, विमुक्त जाति और कच्ची बस्ती के नागरिक मुख्यमंत्री की उनके लिए तैयार की योजनाओं को लेकर खानाबदोश, कच्ची बस्ती में रहने वाले नागरिक जयपुर पहुंच कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद देंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

घुमंतू, अर्ध घुमंतू और विमुक्त जाति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया ने बताया कि परिषद हर वर्ष घुमंतू अर्ध घुमंतू और विमुक्त जाति महा मुक्ति दिवस मनाता आ रहा है, लेकिन इस बार पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अपनी पारंपरिक वेशभूषा में, घुमंतू, अर्ध घुमंतू ,विमुक्त जाति और कच्ची बस्ती में रहने वाली गरीब जनता एक स्थान पर एकत्रित होकर सरकार की नीतियों का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करेगी. इस कार्यक्रम में घुमंतू ,अर्ध घुमंतू और विमुक्त जाति वर्ग से संबंधित तरेपन जातियों के पंच पटेल और समाज के तीस हजार नागरिक भाग ले रहे हैं. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विशिष्ट अतिथि खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास होंगे. घुमंतू, अर्ध घुमंतू और विमुक्त जाति के राष्ट्रीय संत, घुमंतू अर्ध घुमंतू  और विमुक्त जाति परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश महाराज ने बताया कि जयपुर के मेट्रो स्टेशन स्थित रावण मंडी कच्ची बस्ती में विगत दिनों मुख्यमंत्री स्वयं पहुंचे थे.


ये भी पढ़ें- देश में युवाओं में नौकरी की चाहत बढ़ी, नौकरियां महज 7%, जबकि 93% लोग जुड़ें स्वरोजगार से - चंदेल


उस समय परिषद के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम की जानकारी उन्हें दी गई थी, तब उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ आने का वादा किया था और कहा था कि राजस्थान में रहने वाली घुमंतू अर्ध घुमंतू, विमुक्त जातियों और कच्ची बस्तियों में रहने वाले लोगों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. जिसका संदेश राजस्थान के कोने-कोने में पहुंचा है. हाल ही में सरकारी भूमि पर नौ वर्ष से बसी कच्ची बस्तियों को पट्टे देने के मुख्यमंत्री की घोषणा के चलते प्रदेश भर में इस वर्ग के लोगों में आशा और खुशी की लहर है, जिसके चलते प्रदेश भर से अपनी पारंपरिक वेशभूषा में घुमंतू, अर्ध घुमंतु और विमुक्त जाति वर्ग के नागरिक नाचते गाते मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच रहे हैं.


अन्य खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें