Jaipur: एक चिकित्सक के भरोसे रेनवाल का स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीणों ने दिया अल्टीमेटम
जयपुर के फुलेरा विधानसभा के रेनवाल क्षेत्र के ग्रामीण अंचल बधाल पीएचसी में रिक्त पदों से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
Jaipur: जयपुर के फुलेरा विधानसभा के रेनवाल क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. ऐसे में बधाल पीएचसी में रिक्त पदों से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने पीएचसी में धरना-प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि सात दिन में रिक्त पदों को नहीं भरा गया, तो आंदोलन कर बाजार बंद तथा चक्का जाम किया जाएगा. ग्रामीणों ने बताया कि एक चिकित्सक के भरोसे अस्पताल संचालित है, वह भी साप्ताहिक अवकाश या सरकारी काम से चली जाती है, तो मरीजों व परिजनों को परेशानी होती है, ऐसे में मरीजों का निजी अस्पताल में जाना मजबूरी बन जाता है. ऐसे में मरीजों को आर्थिक परेशानियों से दो चार होना पड़ता है. स्थानीय पीएचसी को आदर्श स्वास्थ्य केंद्र घोषित किया गया है, लेकिन सुविधाएं नहीं मिलने से मरीज परेशान हैं.
भरतपुर: 700 गांवों में 3 हजार से ज्यादा गाय लंपी स्किन की चपेट में, 100 से अधिक की मौत
बधाल के आदर्श पीएचसी में 6 पद रिक्त
पीएचसी में लंबे समय से एलएचवी, नर्स फर्स्ट ग्रेड, फार्मासिस्ट, डाटा ऑपरेटर, लिपिक, वार्ड ब्वाय, आयुष कंपाउंडर आदि के पद रिक्त चल रहें हैं. वहीं एक एएनएम प्रसूति अवकाश पर है तो फर्स्ट ग्रेड मेल नर्स को अन्यत्र लगा दिया गया है, जिससे यह पद रिक्त चल रहा है. आदर्श पीएचसी में इस वक्त 6 पद रिक्त चल रहें हैं, वहीं एक चिकित्सक के भरोसे आसपास के करीब एक लाख लोगों की आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा है. फार्मासिस्ट का पद रिक्त होने से मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना का भी मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है. अनुभवहीन कर्मचारी से दवा वितरण की व्यवस्था बना रखी है, इससे आने वाले मरीजों व परिजनों में आक्रोश है.
ग्रामीणों ने दिया सात दिन का अल्टीमेटम
व्यवस्थाओं व रिक्त पदों से गुस्साएं ग्रामीणों ने अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. केंद्र प्रभारी डॉ. कन्नू कुमावत ने लोगों को समझा कर उच्चाधिकारियों तक इनकी मांग भेजने का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत करवाया. दूसरी तरफ ग्रामीणों ने 7 दिन में व्यवथाएं सुधारने की चेतावनी देकर धरना समाप्त किया. केंद्र प्रभारी ने बताया कि रिक्त पदों की वजह से दवा वितरण का कार्य अन्य कर्मचारियों से करवाकर व्यवस्था बनाए रखने का प्रयत्न है, इन दिनों आउटडोर बढ़ने से केंद्र संचालन में भी परेशानी हो रही है.
Reporter - Amit Yadav
जयपुर की खबरों के लिए क्लिक करें
अन्य खबरें
भरतपुर: 700 गांवों में 3 हजार से ज्यादा गाय लंपी स्किन की चपेट में, 100 से अधिक की मौत
जैसलमेर: लंपी स्किन से हजारों गायों की मौत, विभाग के पास इलाज नहीं, रो रहे पशुपालक