Jaipur News : आयकर निदेशालय (आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण) राजस्थान जयपुर द्वारा राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सभागार में विभाग द्वारा ई-वेरिफिकेशन स्कीम पर एक आउटरीच सेमिनार का आयोजन किया गया.


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आउटरीच सेमिनार में नई दिल्ली की प्रधान आयकर महानिदेशक (आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण) सुनीता बैंसला और जयपुर की प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त इरिना गर्ग मौजूद रही. सेमिनार में राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स, ICAI (इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया) जयपुर चैप्टर और जयपुर टैक्स बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भाग लिया.


सेमिनार में नई दिल्ली के प्रधान आयकर निदेशक (आ.एव.आप.अन्वे) राजगोपाल शर्मा ने ई-वेरिफिकेशन स्कीम पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया. आयकर विभाग स्वैच्छिक कर अनुपालन को प्रोत्साहित करने और प्रौद्योगिकी के उपयोग से पारदर्शी कर प्रशासन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रहा है. ऐसी ही एक पहल है ई-सत्यापन योजना 2021 है.



विभाग विभिन्न सुत्रों से प्राप्त वित्तीय लेन-देन की सूचनाओं को एकत्रित करने के पश्चात् उन्हे करदाता को AIS (वार्षिक सूचना विवरण) के माध्यम से प्रदर्शित करता है. यदि करदाता ने कोई वित्तीय लेन-देन आयकर रिटर्न में रिपोर्ट नहीं किये हैं या कम रिपोर्ट किये हैं तो करदाता स्वयं की विवरणी को धारा 139 (8ए) के तहत अपडेट कर सकता है.  करदाता की आपत्ति पर सूचना को पुनः स्रोत से सत्यापित किया जाता है.


ई-सत्यापन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक रूप से नोटिस जारी किये जाते हैं, और करदाताओं द्वारा भी इलेक्ट्रॉनिक रूप से जवाब प्रस्तुत किए जाते हैं. करदाता को व्यक्तिगत रूप से कार्यालय में उपस्थित होना जरूरी नहीं है.


इस सेमिनार के दौरान सुनीता बैंसला और इरिना गर्ग ने भी सभा को संबोधित किया और कार्यक्रम में मौजूद प्रतिभागियों द्वारा किये गए प्रश्नों का सरलतापूर्वक जवाब दिया. सेमिनार में तीनों एसोसिएशन के उपस्थित पदाधिकारियों और सदस्यों ने स्कीम को प्रभावी बनाने का आश्वासन दिया.