Holi 2024 : इस होली के त्यौहार से दिल्ली,राजस्थान सहित देशभर के व्यापारियों में एक नई उमंग और उत्साह देखा जा रहा है. व्यापार के भविष्य को लेकर एक बार फिर नई आशा जगी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पिछले साल की तुलना में इस होली के त्योहारी सीजन में देशभर के व्यापार में लगभग 50 प्रतिशत व्यापार की वृद्धि का अनुमान है.जिसके कारण देशभर में 50 हज़ार करोड़ से ज़्यादा का व्यापार होने का अनुमान लगाया जा रहा.



इस होली चीनी सामान पर प्रतिबंध व बहिष्कार- सुभाष गोयल



जयपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष एवं केंद्रीय व्यापार कल्याण के पदाधिकारी सुभाष गोयल ने बताया कि देशभर में होली का पर्व बडे धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है. होली का भाईचारे का सबसे बडा पर्व भी माना जाता है. पिछले सालों की तुलना में इस साल की होली व्यापार के हिसाब से बहुत अच्छी होने जा रही है.


देशभर के विभिन्न राज्यों समेत अकेले दिल्ली में 5 हजार करोड रूपये और राजस्थान में 200 करोड़ रूपये के होली के रंग का व्यापार होने की संभावना जताई है.


पिछले सालों की तरह चीनी सामान का न व्यापारी वर्ग ने बल्कि आमलोगों ने भी पूर्ण रूप से बहिष्कार किया है. होली से जुड चीनी सामान का देश में करीब 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहेगा. इस बार होली पर्व पर बिक्री में चीन का बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया.


लोकल एंड वोकल पर फोकस करते हुए भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है. वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट , गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े, फ़र्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्युरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी ज़बरदस्त माँग बाज़ारों में दिखाई दे रही है. होली पर रिश्तेदारों के यहां मिठाई के साथ में मेवे की मिठाई परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी हुई है.

होली का पर्व नजदीक आते ही राजस्थान समेत राजधानी जयपुर के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सजे हुए हैं. सभी बाजारों में दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ देखी जा रही है. मिठाई की दुकानों पर ख़ास तौर से होली पर बनने वाली गुंजिया आदि के बड़े स्तर पर बिक्री हो रही है.


राजस्थान,दिल्ली सहित देशभर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है. जिसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों, रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों आयोजन के लिए बुक हुए.



रंग-गुलाल से बाजार सजे



देशभर के विभिन्न् राज्यों दिल्ली और राजस्थान में 24 मार्च को होलीका दहन होगा. जबकि रंगों का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा. होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं. सजे बाजार में रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारी को देख होली के रंग में हर कोई रंगने को तैयार है. केमिकल युक्त गुलाल, रंग की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक मांग बाज़ारों में है.


वहीं ग़ुब्बारे और पिचकारी की मांग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज़्यादा ही है. आज और अगले दिन रविवार को व्यापारियों को रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने का अनुमान है. व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम 100 रुपये से 350 रुपये तक की उपलब्ध है.


टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपये से लेकर 400 रुपये तक में उपलब्ध है.इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है. बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है. वहीं गुलाल के स्प्रे की मांग बेहद हो रही है. बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की प्रतिदिन भीड होने से व्यापार में भी वृद्धि देखी जा रही है. बढते व्यापार से रोजगार में बढोतरी हो रही है.