जयपुर की लाइफलाइन बार बार आईसीयू में,लेकिन दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जलदाय विभाग ने
Jaipur news: बीसलपुर जयपुर प्रोजेक्ट के गुनहगारों पर कब गिरेगी गाज? बीसलपुर परियोजना परियोजना का बार बार शटडाउन हो रहा,लेकिन फेलियर अफसर अभी तक सीट पर जमे है.जयपुर की प्यास छीनने वाले इंजीनियर्स पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
Jaipur news: बीसलपुर जयपुर प्रोजेक्ट के गुनहगारों पर कब गिरेगी गाज? बीसलपुर परियोजना परियोजना का बार बार शटडाउन हो रहा,लेकिन फेलियर अफसर अभी तक सीट पर जमे है.जयपुर की प्यास छीनने वाले इंजीनियर्स पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही,जिसके बाद अब यही कहा जा रहा है कि जलदाय विभाग में राज तो बदल गया लेकिन रिवाज नहीं बदला.
बीसलपुर लाइन वेंटिलेटर पर
जलसंकट की स्थिति से बार बार जूझ रहे जयपुर के गुनहगारों पर गाज कब गिरेगी.डेढ से दो साल के बीच बीसलपुर परियोजना आईसीयू में चली गई,बार बार वेंटिलेटर पर जा रही,जिसका खामियाजा जयपुर की जनता का भुगतना पड रहा है,लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.बीलसपुर जयपुर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता सतीश जैन को फेलियर के बावजूद विभाग ने इसकी बड़ी जिम्मेदारी दे रखी है.जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा था कि दोषी अधिकारियों और फर्म के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी,लेकिन अब तक किसी तरह की गाज बीसलपुर प्रोजेक्ट के जिम्मेदारों पर नहीं गिरी.
जीसीकेसी फर्म पर कब होगी कार्रवाई?
पिछली सरकार में राजनीतिक रूतबे के कारण सतीश जैन को सीट से नहीं हटाया गया था.वैसे सतीश जैन अपने रुतबे के कारण सालों से जयपुर में ही पोस्टिंग पर है.परियोजना में बार बार छेद हो रहे है,इस प्रोजेक्ट के रख रखाव की जिम्मेदारी जीसीकेसी फर्म को है,जिसके लिए सरकार सालाना 6 करोड़ फर्म को दे रही है,लेकिन इसके बावजूद बीसलपुर प्रोजेक्ट की पेट्रोलिंग नहीं हो रही है.इसके अलावा शराब कांड के लापरवाह एक्सईएन केशव श्रीवास्तव को भी बीसलपुर में जिम्मेदारी दे रखी,जबकि गांधी नगर दफ्तर में शराब कांड के में सस्पेंड हुए थे.
40 लाख की आबादी खामियाजा उठा रही
अब ऐसे क्या ये माना जाए कि जलदाय विभाग फिर से शटडाउन का इंतजार कर रहा है,क्यों परियोजना के बार बार शटडाउन के बाद से लगातार सवाल खड़े हो रहे और जिसका खामियाजा जयपुर की 40 लाख की आबादी को उठाना पड रहा है.
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