राजस्थान में जेल प्रहरियों ने किया मैस का बहिष्कार, जयपुर में डीजी जेल ने पढ़ाया वर्दी का पाठ पर नहीं बनी बात
Rajasthan News: राजस्थान में आज वेतन विसंगति के मामले की गूंज रही. अपनी मागों को लेकर अजमेर, कोटा, जयपुर समेत कई जिलों में जेल प्रहरियों ने अपनी मांगों की मांग की. वहीं दूसरे दिन भी जेल प्रहरियों ने मैस का बहिष्कार किया.
Rajasthan News: राजस्थान में जेलों में वेतन विसंगति दूर करने की मांग पर प्रहरियों का मैस बहिष्कार शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. भूखे रहने के कारण कई जेलों में प्रहरियों की तबीयत बिगड़ी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ के बाद बेरोजगार महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने भी जयपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर प्रहरियों के समर्थन में अन्न त्याग करने की घोषणा की. वहीं, दूसरे दिन जेल महानिदेशक भूपेंद्र दक ने प्रहरियों से वार्ता की, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं होने के कारण बेनतीजा रही.
प्रदेश की छोटी-बड़ी सभी 100 जेलों में काम कर रहे प्रहरी वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. प्रहरियों ने 13 जनवरी से मैस बहिष्कार शुरू कर दिया, जो दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा.
इधर भूखे रहने के कारण कोटा, झालावाड़ा सेंट्रल जेल अलवर, अजमेर, कोटपूतली सहित प्रदेश की कई जेलों में प्रहरियों की तबीयत बिगड़ गई. डॉक्टर की सलाह पर प्रहरियों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इधर थोड़ी देर पहले अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में ड्यूटी करते हुए दो प्रहरियों की अचानक तबीयत बिगड़ी.
जेल प्रशासन ने एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल के लिए रवाना किया. जयपुर सेंट्रल जेल में प्रहरियों से मिलने सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी पहुंचे. इसके बाद बेरोजगार महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने प्रहरियों को समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि मुख्यमंत्री प्रहरियों की वेतन विसंगति दूर करें.
प्रहरियों की दो टूक
जेल अधिकारियों के साथ ही सरकार के नुमाइंदे भी प्रहरियों से बातचीत करने लगे हैं. इनमें कुछ जगह प्रहरियों को अनुशासित फोर्स बताते हुए इस तरह मैस बहिष्कार को गलत बताया और खाना खाने के लिए कहा. राज्य के गृह सचिव वी सरवन कुमार और संयुक्त सचिव सौम्या झा शुक्रवार रात जयपुर सेंट्रल जेल पहुंचे और उन्होंने प्रहरियों को समझाया. वी सरवन कुमार ने कहा कि प्रहरियों की बात जहां तक पहुंचनी थी पहुंच चुकी है, ऐसे में फोर्स के अनुशासन को देखते हुए खाना खा लें.
लेकिन प्रहरियों ने दो टूक कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मान लेती, तब तक उनका बहिष्कार जारी रहेगा. पहले भी समझौता हुआ था, लेकिन उसकी पालना नहीं की गई.
यूं ही तबीयत बिगड़ती रही तो ?
मैस बहिष्कार के साथ प्रहरी भूखे रहकर ड्यूटी कर रहे हैं. गार्ड ड्यूटी से लेकर कैदियों के बाड़ों की सुरक्षा तथा गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियां भी कर रहे हैं. वहीं, सर्दी और भूखे रहने के कारण प्रहरियों की लगातार तबीयत बिगड़ रही है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि प्रहरी बीमार होते रहे तो जेल परिसर में सुरक्षा ड्यूटी कैसे हो पाएगी. जेल प्रहरी मांग नहीं मानने तक मैस बहिष्कार पर अड़े हुए हैं.
दो घंटे से ज्यादा वार्ता, बेनतीजा रही
इधर एक दिन बाद डीजी जेल भूपेंद्र दक ने प्रहरियों के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की. जयपुर सेंट्रल जेल पहुंचे और उन्होंने वार्ता शुरू की. करीब दो घंटे से ज्यादा समय बाद भी वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकल पाया.
वार्ता में राजस्थान कर्मचारी महासंघ एकीकृत के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह, 6 प्रहरी शामिल हुए. जेल डीजी दक ने प्रहरियों को वर्दी के अनुशासन का पाठ पढ़ाया. साथ ही वरिष्ठ जेल प्रहरी के पद सहित अन्य मांगों पर सहमति की बात कही, लेकिन प्रहरियों ने कहा, वेतन विसंगति दूर करने की मांग पूरी होने तक मैस बहिष्कार पर रहेंगे. इस पर दक ने प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने का आश्वासन दिया.
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