JEN Paper Leak: SOG को 5 घंटे के सर्च ऑपरेशन में मिली बड़ी कामयाबी, साढ़े तीन साल बाद मास्टमाइंड गिरफ्तार
JEN Paper Leak Case: JEN पेपर लीक प्रकरण में SOG ने गुरुवार को तीन जिलों जयपुर, दौसा और भरतपुर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर दबिश दी.करीब 5 घंटे तक चले सर्च में एसओजी को आंसर शीट, पेपर के अलावा 20 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए.
JEN Paper Leak Case: JEN पेपर लीक प्रकरण में SOG ने गुरुवार को तीन जिलों जयपुर, दौसा और भरतपुर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर दबिश दी.करीब 5 घंटे तक चले सर्च में एसओजी को आंसर शीट, पेपर के अलावा 20 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए हैं.साथ ही दो और सरकारी भर्तियों में पेपर लीक करवाने को लेकर अहम दस्तावेज एसओजी को पेपर लीक के सरगना पटवारी हर्षवर्धन मीणा के मकान से मिले हैं.
12 ठिकानों पर दबिश
SOG/ATS ADG वीके सिंह ने बताया कि एसओजी की 12 से अधिक टीमों ने सुबह 4 बजे से जयपुर, दौसा व महुआ में पेपर लीक गिरोह के सरगना पटवारी हर्षवर्धन मीणा और अध्यापक राजेंद्र कुमार यादव के 12 ठिकानों पर दबिश दी.एसओजी की इस रेड की स्थानीय थानों को भी भनक नहीं थी.
एसओजी टीमों ने डायरेक्ट पहले से तय ठिकानों पर जाकर छापेमारी की.एक तरफ हर्षवर्धन मीणा तो दूसरी तरफ उसके सहयोगी ग्रेड थर्ड टीचर राजेंद्र यादव के जयपुर में चित्रकूट नगर, वैशाली नगर, वर्धमान नगर में भी सर्च किया गया.दोनों जगहों से करोड़ों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए गए.
5 करोड़ 71 लाख रुपए की प्रॉपर्टी होने की जानकारी
एडीजी वीके सिंह ने बताया कि, हर्षवर्धन मीणा के पास एसओजी को अबतक 5 करोड़ 71 लाख रुपए की प्रॉपर्टी होने की जानकारी मिली है.इसमें जयपुर का एक बंगला, प्लॉट और खेती की जमीनें शामिल हैं.वहीं, स्कूल के स्ट्रॉन्ग रूम से जेईएन भर्ती का पेपर चुराने वाले हर्षवर्धन मीणा के सहयोगी ग्रेड थर्ड टीचर राजेंद्र कुमार यादव के पास 14 करोड़ 90 लाख की प्रॉपर्टी मिली है.जो हर्षवर्धन मीणा की प्रॉपर्टी से लगभग तीन गुना अधिक है.
5 घंटे तक आश्रम में सर्च
वहीं एसओजी की एक टीम सुबह दौसा में एक बाबा के आश्रम पहुंची, जो गोविंद देव मंदिर के पास बना हुआ है.करीब 5 घंटे तक आश्रम में सर्च किया गया.यहां एक अलग से मकान भी बना हुआ है, इसी मकान में एक बाबा आकर रुकता था.मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला बाबा आश्रम में कभी कभार ही आता था.जब बाबा को इसकी जानकारी लगी कि हर्षवर्धन मीणा का नाम पेपर लीक में आ गया है, तब से वह भी फरार बताया जा रहा है.
बाबा की पेपर लीक में भूमिका के बारे में एसओजी जांच कर रही है.जांच में पता लगा कि हर्षवर्धन फरारी के दौरान इसी आश्रम में 4 बार आकर रुका था.आश्रम में ही छिपकर रहता था फिर चुपचाप नेपाल भाग जाता था.आश्रम की जमीन हर्षवर्धन के नाम पर ही पाई गई है.
ADG वीके सिंह ने बताया कि एसओजी को दौसा के गोवर्धन वाटिका स्थित हर्षवर्धन के निवास से एपीआरओ परीक्षा-2022, पटवारी भर्ती परीक्षा 2021 और फोरेस्ट गार्ड भर्ती 2020 में चयनित अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र, लिस्ट व फोटो प्रतियां मिली हैं.अब एसओजी की रडार पर 2 नई भर्तियां भी आ गई हैं.
एसओजी को एक महत्वपूर्ण इनपुट ये हाथ लगा है कि हर्षवर्धन ने अपने साथ के करीब 30 से ज्यादा लोगों को पटवारी परीक्षा पास करवाई थी.ये सभी अभी नौकरी पर हैं.सभी 30 महुआ के ही रहने वाले हैं.जिनके बारें में भी एसओजी की टीम अब डाटा जुटाएगी.वहीं एसओजी की टीम हर्षवर्धन के गांव सालिमपुर भी पहुंची और परिवार व रिश्तेदारों से भी पूछताछ की.घर से भी कुछ दस्तावेज बरामद किए.इसके साथ ही एसओजी की टीम हर्षवर्धन के ससुराल उच्चैन के गांव मिलकपुर में भी पहुंची.वहां पर उसके साले मनोज मीणा से भी पूछताछ की गई है.
मनोज की बहन और हर्षवर्धन की पत्नी सरिता को लेकर पूछताछ की गई.वहां से भी एसओजी ने कई दस्तावेज बरामद किए हैं.हर्षवर्धन की पत्नी सरिता के खिलाफ भी एसओजी ने एफआईआर दर्ज की है और सरिता फिलहाल फरार चल रही है.
पेपर लीक प्रकरण में एसओजी लगभग सभी आरोपियों के रोल की जांच पूरी कर चुकी है और प्रकरण में फरार चल रहे कुछ अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.देखना होगा कि अब इस पूरे प्रकरण में गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ के दौरान और कितने चौंकाने वाले खुलासे होते हैं.