Jodhpur : कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इस बीच मरीजों को ना तो समय पर एम्बुलेंस मिल रही और ना ही अस्पताल में समय बेड. इस बीच अब भामाशाह ओर आमजन भी लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. जोधपुर (Jodhpur News) के एक युवा ने कोरोना काल में बड़ी संख्या में जब लोगों को मरते देखा और जब देखा कि एंबुलेंस (Ambulance) चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं तो उसने अपनी स्कॉर्पियो को मोक्ष वाहन में बदल दिया ओर जुट गया मानवता की मदद में.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Corona मरीजों के लिए अस्पताल में हो रहा 'रामायण का पाठ', PPE किट पहनकर आता है पंडित


कोरोना काल में जोधपुर में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित मिल रहे हैं. कोरोना से लोगों की मौत भी हो रही है. ऐसे में घर परिवार के लोग भी शव के पास जाने में कतराते हैं. इस महामारी के बीच एंबुलेंस चालकों ने इस आपदा को अपने कमाई के अवसर में बदल लिया और लोगों से मनमाना किराया वसूलने लगे. इस बीच जब लोगों का यह दर्द जोधपुर के सुरेश आचार्य ने समझा और ऐसे शव को उनके घर तक पहुंचने की अनूठी पहल की. 


सुरेश ने देखा कि श्मशान घाट तक शव पहुंचाने के लिए एंबुलेंस चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं तो उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो (Scorpio) को घर से निकाला और सीधा पहुंच गए मिस्त्ररी के पास. गाड़ी की पीछे की सीटें हटवाई और एक बीच की सीट हटाकर स्कॉर्पियो को मोडिफाइड करवाया, ताकि उस में स्ट्रेचर आ सके सुरेश आचार्य अपने स्कॉर्पियो लेकर सीधे मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचे और वहां लगे सरकारी सहायता केंद्र में जाकर बताया कि वह लोगों की मदद करना चाहते हैं.


उसके बाद क्या था एक के बाद एक शव पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाकर वह निकल पड़े मानवता की सेवा में. सुरेश आचार्य बताते हैं कि वह लोगों से किराया नहीं मांगते यदि कोई तेल के पैसे देता है तो उसका डीजल भरवा लेते हैं. सुरेश का कहना है कि जब तक जिंदा है वह ऐसे ही सेवा करता रहेगा. कम से कम इस आपदा में तो वह ऐसे परिवारों के साथ खड़ा है. 


यह भी पढ़ें- Rajasthan Corona Update: राज्य में फिर बढ़े संक्रमित, 24 घंटे में आए नए 18,231 मरीज