Rajasthan Politics: भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी जोसेफ जॉन हॉकिंस (Joseph John Hawkins) ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती है. यदि भाजपा को तुष्टीकरण करना होता तो अल्पसंख्यक मोर्चा ही नहीं बनाते. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के अलावा छह मोर्चे हैं, सबको साथ लेकर पार्टी चलती है.उन्होंने कहा कि हमारा नारा है सबका साथ, सबका विश्वास. देश में सबको पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के संदेश एक भारत-एक भारतीय की तरह रहना चाहिए.


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भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से देशभर में मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (Missile Man Former President APJ Abdul Kalam)की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए. राजस्थान में बीजेपी अल्पसंख्यक माेर्चा की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित किए गए. मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और प्रदेश प्रभारी जोसेफ जॉन हाॅकिंस जयपुर पहुंचे. 



हॉकिंस ने प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक की और कलाम को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने पदाधिकारियों को एपीजे कलाम की जीवनी से प्रेरणा लेने की बात कहते हुए कहा कि कलाम ने जिंदगी को देश के लिए समर्पित की है. कभी भी ये नहीं सोचा कि किस जाति वर्ग के हैं. जब भी वो लोगों से मिले तो अच्छे इंसान बनें, अच्छी बातों के लिए प्रेरित किया हम सब भले ही जात प्रांत से अलग हो सकते हैं एक भारत एक भारतीय की तरह रहने के लिए प्रेरित किया.इस दौरान अपलसंख्या मोर्चे प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने कहा एपीजे अब्दुल कलाम की प्रेरणा लेकर हम सबको आगे बढ़ना चाहिए.



कांग्रेस के भाजपा पर मुस्लिम तुष्टीकरण के आरोप लगाने के सवाल पर हॉकिंस ने कहा कि कांग्रेस की आदत है आरोप लगाओ भाग जाओ, उनके पास कोई उचित प्रमाण नही है . कांग्रेस देश में लोगो को भ्रमित कर रही है. मोर्चा की अनदेखी के सवाल पर हॉकिंस ने कहा कि बीजेपी की मोर्चा से दूरियां सिर्फ टिकट देना ही लक्ष्य नहीं है. टिकट दोगे तो साथ हो अन्यथा विरोधी हो. कांग्रेस ने टिकट दिए वो कहां चले गए , अब वो क्यों नहीं दे रहे हैं. राजनीतिक पार्टी उनको टिकट दे रही है जो सक्रिय है लोगों में कितना प्रभावी है.


कोलकाता के नेता शुभेंदु अधिकारी के भाजपा से अल्पसंख्यकों को भगाने के बयान पर हॉकिन्स ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अलग विचारधारा से आए हैं. इस वक्त मोर्चा से सीखने की जरूरत है. मोर्चा किस प्रकार से काम करते हैं. विपरीत परिस्थितियों में काम करते हैं . अपने क्षेत्र में जाकर काम करते हैं, आसान नहीं है. शायद वो समझ नहीं पाएंगे.