Jaipur: परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने पेट्रोल-डीज़ल (Petrol-Diesel) को जीएसटी (GST) के दायरे में लाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक में इस पर निर्णय होना चाहिए, क्योंकि जब पेट्रोल जीएसटी के दायरे में आएगा, तो पेट्रोल-डीज़ल सस्ता हो जाएगा. आज पेट्रोल 100 रुपये लीटर से ऊपर चल रहा है. इसलिए इसे जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए.


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प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा इस वक्त केन्द्र सरकार (Central Government) को पूंजीपतियों की चिन्ता छोड़कर आम नागरिकों की चिन्ता करनी चाहिए. देश की जनता दुखी और परेशान है. लोग प्रधानमंत्री (Prime Minister) की ओर देख रहे हैं. प्रधानमंत्री का जन्मदिन (PM Birthday) तभी देश के लोगों को खुशियां देगा, जब प्रधानमंत्री देश की जनता को सस्ते पेट्रोल-डीज़ल की सौगात देंगे.


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वहीं, बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने आरोप लगाए हैं कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में कांग्रेस के ही केन्द्रीय नेता नहीं चाहते हैं कि पेट्रोलियम जीएसटी के दायरे में आए. पहले तो कांग्रेस अपना स्टैण्ड तय करे, उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है. खाचरियावास राजस्थान सरकार के मंत्री हैं. उनके वक्तव्यों के बारे में जनता जानती है कि वे बड़बोले बयानों के लिए प्रसिद्ध हैं. दूसरों पर अंगुली उठाने से पहले राजस्थान सरकार को देखना चाहिए कि 2018 के बाद 4 बार टैक्स के तौर पर पेट्रोलियम के दाम बढ़ाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है. इसलिए पहले खुद कांग्रेस सरकार एक आदर्श पेश करे, फिर दूसरों पर उंगुली उठाए.