भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी पर किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा दावा, कहा- पैसे कमाए, सब फिक्स है
Kirodi Lal Meena - Bhupendra Saran : सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड के आरोपी सरगना और ईनामी भूपेन्द्र सारण को बैंगलूरू एयरपोर्ट से किया दस्तयाब किया गया है. एसओजी ने था भूपेंद्र को गिरफ्तार किया. 1 लाख का ईनाम भी भूपेंद्र की गिरफ्तारी पर पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी किया गया था. इसी बीच सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा दावा किया है.
Kirodi Lal Meena - Bhupendra Saran : सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड के आरोपी सरगना और ईनामी भूपेन्द्र सारण को बैंगलूरू एयरपोर्ट से किया दस्तयाब किया गया है. एसओजी ने था भूपेंद्र को गिरफ्तार किया. 1 लाख का ईनाम भी भूपेंद्र की गिरफ्तारी पर पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी किया गया था. इसी बीच सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा दावा किया है.
बीजेपी के राज्यसभा सासंद डॉ किरोड़ीलाल ने आरोप लगाया है कि एसओजी पेपर लीक से एसओजी ने करोड़ों रूपये कमाए हैं. राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा का आरोप है कि एसओजी ने अपनी खाल बचाने के लिए ऐसा किया है. सीबीआई की जांच होती तो सारा सच आ जाता. भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी को एक फिक्स प्लान बताया और कहा कि भूपेंद्र सारण का सरेंडर करवाया गया है.
भूपेंद्र सारण जोधपुर पुलिस की पुख्ता सूचना पर बैंगलोर से पकड़ा गया. राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा का आरोप है कि पूरा मामला एक नाटक है. एसओजी के कुछ लोग लगातार भूपेंद्र और सुरेश के संपर्क में थे, भूपेंद्र सारण को एसओजी के सीआई मोहन पोसवाल का खास व्यक्ति भी बताया है. किरोड़ी ने भूपेंद्र को छोटा प्यादा बताया और बड़ा सरगना सुरेश ढाका को बताया.
इस कांड के अभियुक्त भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के विरुद्ध थाना बेकरिया पर सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के संबंध में राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1992 और 2022 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस की ओर से आसपास के जिलों एवं अन्य राज्यों में संभावित स्थानों पर तलाश की गई, भूपेंद्र सारण को दस्तयाब कर लिया लेकिन अभी तक सुरेश ढाका का कोई सुराग नहीं लगा है.
गौरतलब है कि सुरेश ढाका सांचौर के अचलपुर गांव का रहने वाला है. ढाका पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग और पेपर लीक मामले में जेल जा चुका है. फिलहाल पुलिस ढाका की तलाश कर रही है. सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र सारण शामिल ने हर अभ्यर्थी से 10-15 लाख रुपये एक पेपर के बदल लिए थे. सुरेश ढाका और सुरेश विश्नोई जीजा-साला है.
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