Kotputli News:पशुओं की तलाश में घर निकले व्यक्ति को जंगली जानवरों ने शिकार बना लिया. लापता होने के तीसरे दिन व्यक्ति का क्षत-विक्षत शव आज सुबह करीब 8 बजे जंगल में मिला है. सूचना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई. मुआवजे की मांग को लेकर दो घंटे बाद सहमति बनी. मामला बानसूर के लेकडी गांव का है.


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जानकारी के अनुसार बहराम का बास बानसूर के रहने वाले हनुमान यादव (55) पुत्र रामनाथ दो दिन पहले पशुओं की तलाश में जंगल में आया थे. इसी दौरान लेकड़ी के पास जोहड़ में जंगल में जंगली जानवारों का शिकार हो गए.



बेटे रोशन यादव ने बताया तीन चार दिन पहले हमारे दो पशु खो गए थे. जिनकी तलाश करते हुए मेरे पिता लेकडी के जंगल में आ गए. उन्होंने बताया कि मेरे पिता 21 मई को सुबह 6 बजे घर से निकले थे. शाम तक वापस नहीं लौटे तो आसपास तलाश की गई. लेकिन 2 दिन तक कोई सुराग नहीं लगा. 



वहीं गुरुवार सुबह लेकडी के ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो पता चला कि एक व्यक्ति को इधर जाते हुए देखा गया था. इस पर परिजन जंगल में तलाश करने पहुंचे तो जंगल में रास्ते में शव पड़ा हुआ था. इस दौरान ग्रामीणों और वन विभाग औरपुलिस को सूचना दी गई. सूचना पर, वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली गई.


सूचना पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मुआवजे की मांग करने लग गए. ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन जंगली जानवर लोगों पर हमला करते है.



वन विभाग ने दिया मुआवजे का आश्वासन
वन विभाग के रेंजर अकबरपुर राजेंद्र शर्मा ने बताया कि आज सुबह सूचना पर मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि वन्य जीव के हमले से मौत की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट होने पर ही पता लगेगी. उन्होंने बताया कि अगर वन्य जीव के हमले से मौत होने की पुष्टि होती है तो 5 लाख रुपए तक मुआवजा विभाग की ओर से दिया जाएगा. घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई है.


दो घंटे समझाइस के बाद हुआ मामला शांत
घटना की सूचना के बाद बानसूर डीएसपी सत्यप्रकाश मीणा, वन विभाग एसीआई राजेन्द्र प्रसाद सहित विभाग के अधिकारी और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. 


वहीं अधिकारियों को ओर से करीब 2 घंटे की समझाइश के बाद ग्रामीण पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मेडिकल रिपोर्ट आने पर उचित मुआवजा दिया जाएगा.


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