Jaipur: स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप 10 स्थान पर लाने के खोखले दावे, पिछले 3 दिनों से मेयर सौम्या गुर्जर का दौरा
Jaipur Nagar Nigam News: राजस्थान में हेरिटेज नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर भी शहर के नाले नालियों की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शहर का दौरा कर चुकी है. इतना ही नहीं स्वायत शासन विभाग के सचिव महेश शर्मा भी अपने पद पर रहते हुए जयपुर शहर के दोनों नगर निगम क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं.
Jaipur Nagar Nigam, Heritage Municipal Corporation News: स्वच्छता सर्वेक्षण में राजधानी जयपुर को टॉप टेन में शामिल कर ने के लिए दोनों नगर निगम प्रयासरत हैं. जिसके चलते नगर निगम ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर सहित तमाम प्रशासनिक अमला पिछले 3 दिनों से ग्रेटर क्षेत्र के वार्डों का दौरा कर लोगों को शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए जागरूक कर रहे है.
सौम्या गुर्जर 3 दिनों से कर रही ग्रेटर क्षेत्र का दौरा
वहीं पिछले दिनों हेरिटेज नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर भी शहर के नाले नालियों की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शहर का दौरा कर चुकी है. इतना ही नहीं स्वायत शासन विभाग के सचिव महेश शर्मा भी अपने पद पर रहते हुए जयपुर शहर के दोनों नगर निगम क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं.
शहर में तकरीबन 800 से अधिक कचरा ओपन डिपो
लेकिन यह तीनों संस्थाओं का शहर का दौरा महज खानापूर्ति ही नजर आता है, क्योंकि शहर में तकरीबन 800 से अधिक कचरा ओपन डिपो के रहते हुए शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में कैसे ऊपरी पायदान पर लाया जा सकता है इस बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहा.
करोड़ों रुपए खर्च कर राजधानी जयपुर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शहर की दोनों शहरी सरकार जुटी हुई है. उसके बावजूद भी राजधानी जयपुर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले वर्ष करीब 30वें पायदान पर रहा है. वहीं शहर को स्वच्छ बनाने के लिए दोनों नगर निगम घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई बार शहर का दौरा कर लोगों कचरा, कचरा पात्र में डालने के लिए समझाइश करती हुई भी नजर आती है.
जयपुर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले वर्ष करीब 30वें पायदान पर
शहर में 800 से अधिक ओपन डिपो शहर की बदहाली को बयान करते हैं. वह स्वच्छता सर्वेक्षण में ऊपरी पायदान पर लाने को लेकर मंत्री महेश जोशी का कहना है कि नंबर गेम चलता रहता है. ऊपर नीचे के पायदान मायने नहीं रखते स्वच्छता को लेकर जयपुर की जनता का संतुष्ट होना जरूरी है.
पिछली बार नगर निगम हेरिटेज स्वच्छता सर्वेक्षण में 26वें स्थान पर
वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में पायदान को लेकर नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर का कहना है कि कि नगर निगम हेरिटेज स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछली बार जिस पायदान पर था. हमारा प्रयास है कि हम उसको और ऊपर के पायदान पर लेकर जाएं. उसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं. पिछली बार नगर निगम हेरिटेज स्वच्छता सर्वेक्षण में 26वें स्थान पर रहा था. इस बार हम उसके लिए और प्रयास करते हुए टॉप 10 में लेकर जाएंगे. इसके लिए शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करवाने के लिए हम पूरी तरह प्रयासरत हैं.
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वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम ग्रेटर को टॉप टेन स्थान दिलाने के लिए महापौर सौम्या गुर्जर पिछले 3 दिन से लगातार शहर का दौरा कर रही है. महापौर सौम्या गुर्जर ग्रेटर निगम क्षेत्र के अलग-अलग जोन में अधिकारियों और पार्षदों की टीम के साथ पैदल मार्च कर व्यापारियों व आमजन को कचरा पात्र का उपयोग करने व घरों एवं दुकानों का कचरा हूपर में डालने के लिए समझाइश करती नजर आ रही है.
सौम्या गुर्जर लगातार लोगों से कर रही अपील
सौम्या गुर्जर लगातार लोगों से अपील भी कर रही है कि कचरे का सही संधारण करें. सौम्या गुर्जर का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्रेटर नगर निगम को इस बार टॉप टेन स्थान दिलाने के लिए पूरी टीम प्रयास कर रही है और इसके लिए लोगों को घर-घर जाकर भी समझा रहे है.
इस बार टॉप टेन में स्थान दिलाने के लिए टीम की पूरी प्रयास
स्वच्छता सर्वेक्षण में राजधानी जयपुर को टॉप टेन स्थान दिलाने के लिए दोनों शहरी सरकार बड़े-बड़े दावे करती नजर आ रही है, लेकिन शहर में बने कचरा डिपो व अधिकांश कॉलोनी में 3 से 4 दिन मे घर-घर कचरा संग्रहण के लिए जाने वाले हूपरों की वजह से राजधानी को स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप टैन स्थान मिलाना कैसे संभव हो पाएगा. ऐसे में जब तक कचरा संग्रहण व्यवस्था को मजबूत करके ओपन डिपो को समाप्त नहीं किया जाएगा. तब तक राजधानी को स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप टेन पायदान पर लाना महज ख्याली पुलाव नजर आता है.