Jaipur: खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने दावा किया है कि कनकांचल और आदिबद्री क्षेत्र में खनन पूरी तरह से बंद करा दिया गया है. विभाग द्वारा पहले से संचालित 45 वैध खानों और बाद में बहाल एक खान सहित सभी 46 खानों में खनन पूरी तरह से बंद करा दिया गया है. खान विभाग, पुलिस प्रषासन और परिवहन विभाग सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा क्षेत्र में नियमित गश्त की जा रही है.


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भाया ने कहा कि सेटेलाइट इमेज 13 फरवरी 2020 को दर्शाते हुए अवैध खनन बताया जा रहा है. इमेज में दर्शाए खनन का अधिकांश भाग कनकांचल पर्वत मे तहसील पहाडी के ग्राम मुंगस्का, समसलका और तहसील कामां के ग्राम बोलखेडा में पूर्व में स्वीकृत रहे खनन पट्टा का है. पट्टा संख्या 4/1985 क्षेत्रफल 138.86 हेक्टेयर पट्टाधारी परशुराम के क्षेत्र में है. इमेज में दर्शाए गए स्थान भी पांच से छह साल पुराने हैं. वर्तमान में इस क्षेत्र में खनन कार्य नहीं हो रहा है.


खान मंत्री भाया ने बताया कि इस क्षेत्र के आदिबद्री पर्वत क्षेत्र की तहसील सीकरी के ग्राम कोलरी, ककराला, बुआपुरगढी, नांगल और कनकांचल पर्वत क्षेत्र की तहसील पहाडी के ग्राम मुंगस्का, समसलका क्षेत्रों में खनिज मैसेनरी स्टोन के कुल 51 खनन पट्टा स्वीकृत किए, जिनमें से 6 खनन पट्टा पहले ही खंडित किए जा चुके हैं. वर्तमान में 45 खनन पट्टा प्रभावी हैं, जो वर्ष 1971 के बाद स्वीकृत हैं. इन खनन पट्टों से गत वर्ष में खनिज निर्गमन लगभग 17 लाख मीट्रिक टन किया, जिससे 8 करोड का राजस्व जुटाया गया है. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 से दिनांक 10 अगस्त 2022 तक क्षेत्र में नियमित चेकिंग कर अवैध खनन/निर्गमन के विरूद्ध कुल 123 प्रकरण बनाए, जिससे 87.86 लाख का जुर्माना वसूल किया गया. 4 प्रकरणों में संबंधित पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई.


मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि वर्तमान में इन खनन पट्टों में खनन कार्य पूर्णतया बंद हैं. खनन पट्टाधारियों द्वारा खनन पट्टा क्षेत्र से अधिकांश मषीनों को हटाया जा चुका है. क्षेत्र में पुलिस, परिवहन और खान विभाग द्वारा नियमित चेकिंग कर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.


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