Dausa, Jaipur : राजस्थान सरकार में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने दौसा कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक के दौरान विधायक कोष से स्वीकृत किए कार्यों में लेटलतीफी को लेकर जिला परिषद के सीईओ शिवचरण मीणा को 'गेट आउट' कहते हुए मीटिंग से बाहर निकाल दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा की नाराजगी को देखते हुए. बिना देर किए आरएसएस अधिकारी भी बैठक से निकलकर सीईओ जिला परिषद कार्यालय पहुंच गए, इस बीच  उनको 'गेट आउट' करने वाली बात का वीडियो वायरल हो गया.


मीटिंग में मंत्री परसादी लाल मीणा ने बिजली-पानी सड़क, रसद समेत कई विभाग के अधिकारियों की भी क्लास लगाई. बैठक के आखिरी में पीएमओ डॉ. शिवराम मीणा से पूछा गया कि पिछले 2 महीनों से पीपीपी मोड पर संचालित लैब बंद हैं तो समय पर सूचना क्यों नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि एक भी मरीज की जांच बाहर नहीं होनी चाहिए और अगर कोई बाहर जांच होती है तो उसका पेमेंट पीएमओ के जरिए होगा.


इस दौरान पीएमओ ने दलील दी कि उनके पास जांच का कोई बिल नहीं आया है तो मंत्री ने कहा कि आपने बिल असेप्ट करने के लिए किसी व्यक्ति को अधिकृत कर रखा है क्या ? जब पीएमओ से कोई संतोषप्रद जवाब नहीं लगा तो मंत्री ने पीएमओ को भी फटकार लगाई और कहा कि व्यवस्थाएं सुधारो.


मामले पर सियासत 
मंत्री मीणा के आरएएस अफसर को 'गेट आउट' करने के मामले में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सार्वजनिक रूप से अफसर को लताड़ने से अधिकारी का मनोबल टूटता है, अगर कोई अधिकारी ठीक से कार्य नहीं कर रहा है तो मंत्रियों के पास अधिकार हैं कि वे उनको उपयोग करें और कार्रवाई करें.


इधर  मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने मंत्री मीणा का समर्थन किया और कहा कि परसादी लाल मीणा धीर-गंभीर नेता हैं और उन्होंने अगर किसी अफसर को लताड़ा है तो निश्चित रूप से ऐसे अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए और उसे फील्ड पोस्टिंग नहीं मिलनी चाहिए. 


रिपोर्टर- लक्ष्मी अवतार शर्मा


सचिन पायलट पर संयम लोढ़ा का तंज - कहा मैं तो वही खिलौने लूंगा, मचल गया दीना का लाल