गहलोत कैंप के विधायक का दावा, सचिन पायलट की अनदेखी का पार्टी को होगा नुकसान
विधायक बाबूलाल ने कहा कि सरकार बनाने में पायलट की बड़ी भूमिका थी. इसी तरह से मध्यप्रदेश में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका थी लेकिन दोनों नेताओं की पार्टी में उपेक्षा हुई है, जिसके बाद पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है और अगर अब भी नहीं समझे तो आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा.
Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के माने जाने वाले कठूमर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा का बड़ा बयान सामने आया है. बाबूलाल बैरवा ने कहा कि सचिन पायलट की अनदेखी का नुकसान पार्टी को उठाना पड़ सकता है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में अभी डेढ़ साल का समय बचा है, ऐसे में पार्टी को किस तरह से मजबूत किया जाए, इस पर विचार होना चाहिए. गहलोत कैंप के विधायक की ओर से सचिन पायलट को लेकर देकर दिए गए बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें- विधानसभा में पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक, राठौड़ बोले- गुलाम मानसिकता वाले से कैसी उम्मीद
सरकार बनाने में पायलट की थी बड़ी भूमिका
विधायक बाबूलाल ने कहा कि सरकार बनाने में पायलट की बड़ी भूमिका थी. इसी तरह से मध्यप्रदेश में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका थी लेकिन दोनों नेताओं की पार्टी में उपेक्षा हुई है, जिसके बाद पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है और अगर अब भी नहीं समझे तो आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा. बाबूलाल बैरवा ने कहा कि सचिन पायलट के पास जनाधार है, गुर्जर समाज उनके नाम से वोट देता है इसलिए उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती है. इधर सियासी संकट के दौरान विधायक बाबूलाल बैरवा गहलोत कैंप में थे. हालांकि वे पहले भी यह कह चुके हैं कि वह सचिन पायलट की वजह से ही विधायक बन पाए हैं.
हम कांग्रेस के गुलाम
विधायक संयम लोढ़ा की ओर से गांधी परिवार का गुलाम बताए जाने के बयान को लेकर बाबूलाल बैरवा ने गांधी परिवार का गुलाम बताए जाने से बचते रहे लेकिन उन्होंने ये कहा कि गांधी परिवार की वजह से कांग्रेस एकजुट है. पहले भी कई लोगों ने अलग अलग पार्टी बनाकर प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए. कांग्रेस का देश की आजादी में बड़ा योगदान है, पंडित नेहरू 10-15 साल जेल में रहे. 70 साल में कांग्रेस ने देश को कहां से कहां पहुंचा दिया है, इसलिए हम कांग्रेस पार्टी के गुलाम हैं इसमें कोई हैरत वाली बात नहीं है. कांग्रेस हमारी मां हैं.