Jaipur: प्रदेश में मानसून का मंगल प्रवेश. करीब 8 दिनों की देरी से राजस्थान में मानसून का हुआ प्रवेश. पहले ही दिन करीब 25 फीसदी हिस्सों को मानसून ने किया कवर. साथ ही कोटा और भरतपुर संभाग में पूरी तरह से छाया मानसून, तो वहीं जयपुर और अलवर सहित आसपास के हिस्सों में छाया मानसून. अगले तीन दिनों में मानसून के पश्चिमी राजस्थान पहुंचने की संभावना. अगले तीन दिनों तक जयपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.


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देश में इस साल मानसून ने नियत तिथि से 4 दिनों पहले प्रवेश किया, लेकिन इसको राजस्थान में पहुंचने में करीब महीने भर का समय लग गया, तो वहीं आज करीब 8 दिनों की देरी से राजस्थान में भी मानसून ने प्रवेश कर लिया. आज कोटा और भरतपुर के रास्ते मानसून ने जहां राजस्थान में प्रवेश किया. 


वहीं कुछ ही घंटों में मानसून प्रदेश के करीब 25 फीसदी हिस्सों में छा गया. कोटा और भरतपुर संभाग में जहां मानसून पूरी तरह से छा चुका है तो वहीं जयपुर सहित आसपास के जिलों में भी मानसून का प्रवेश हो चुका है. इसके साथ ही अगले तीन दिनों में मानसून पश्चिमी राजस्थान के भी अधिकतर जिलों में पूरी तरह से छाने की संभावना बन रही है.


देश में मानसून ने नियत तिथि से 4 दिन पहले प्रवेश किया, लेकिन इसके बाद मानसून धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा. 17 जून को मानसून कोटा संभाग के किनारे पहुंचे, लेकिन पिछले 13 दिनों से मानसून एक ही स्थान पर स्थिर बना रहा. प्रदेश में मानसून की औसत तिथि करीब 21 से 22 जून रहती है, लेकिन इस साल मानसून 8 दिनों की देरी के साथ आज राजस्थान में प्रवेश किया. 


हालांकि 28 से 30 जून तक मानसून जयपुर में प्रवेश करता है, ऐसे में जयपुर में मानसून की प्रवेश तिथि सामान्य तिथि पर ही रही. मौसम विभाग निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून इस साल देरी से जरुर आया है, लेकिन अगले तीन दिनों तक मानसून की भारी बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही जयपुर, अलवर, उदयपुर, कोटा और भरतपुर जिलों के साथ ही आसपास के हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश भी दर्ज होने की संभावना है.v