Saamudrik Shaastra : तिल को एक स्त्री के सौंदर्य से भी जोड़ कर देखा जाता है. सामुद्रिक शास्त्र में तिल को भविष्य और भाग्य से जुड़ा बताया गया है. शरीर के कुछ खास अंगों पर तिल होना शुभ या अशुभ दोनों हो सकता है.


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 तिल, वैज्ञानिक भाषा में मेलेनोसाइड्स, हार्मोंस की वजह से आपके शरीर के किसी अंग पर हो सकते हैं. लेकिन सामुद्रिक शास्त्र में दिल की स्थान बहुत महत्वपूर्ण है. ये स्त्री पुरुष के व्यवहार और पर्सनॉलिटी को बताता है.


कान पर तिल
ऐसी स्त्री जिसके काम पर तिल हो वो भाग्यशाली हैं. ये विवेकशील और बुद्धिमान होती हैं. इनका जीवन तमाम सुख सुविधाओं में गुजरता है , वहीं नाक के आसपास अगर तिल है तो उन्हे सभी सुख मिलते हैं.


नाभि पर तिल
नाभि पर तिल शुभ माना जाता है. ये धन समृद्धि का संकेत है. ऐसी स्त्री भाग्यशाली होती है जो घर परिवार में संपन्नता लेकर आती है.


होंठो पर तिल
ऐसी स्त्री जिसके होंठों पर तिल होता है वो बहुत बातूनी यानि की ज्यादा बोलने वाली होती है. ऐसी स्त्री को कामुक भी माना गया है जो ज्यादा देर तक किसी को दिल में जगह नहीं देती.


भौहों के बीच तिल
ऐसी स्त्री का वैवाहिक जीवन खुशियों से भरा होता है और कभी भी धन की कमी इन लोगों को नहीं होती है. 


पीठ पर तिल
ऐसी स्त्री बहुत रोमांटिक कही जा सकती है. इन लोगों के जिंदगी में धन अपार होता है ये आत्मनिर्भर होती हैं और कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाती.


ठोडी पर तिल
ये तिल कुछ ही महिलाओं के दिखने में मिलता है. ये स्त्रियां धनवान होती है और आर्थिक तंगी इन्हे कभी नहीं छूती.


उंगली पर तिल
अगर किसी स्त्री की अनामिका उंगली पर तिल है तो वो खूब-मान सम्मान की भागी बनती है. ये पति के तरफ से या फिर खुद के काम की वजह से ऐसी स्त्री को मिलता है.


बांयी भुजा पर तिल
ऐसी स्त्री को धनवान माना जाता है, वही जिन स्त्रियों की छाती पर दांयी तरफ तिल होता है वो भी भाग्यवान की श्रेणी में आती हैं. सुख से जीवन जीती हैं.


माथे पर तिल
ऐसी स्त्री खुद अपने बलबूते पर ऊंचा पद पाती हैं. ये बिना किसी की मदद के अपना रास्ता चुनती हैं और करियर में ऊंचाई तक पहुंचती हैं.