Mughal Harem: कहा जाता है कि जब मुगलों का वक्त था, उस समय सबसे ज्यादा बदनाम शाहजहां का हरम था और इसी वजह से दिल्ली का रेड लाइट एरिया जीबी रोड बना.  


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जानकारी के अनुसार, मुगलों ने बड़ी संख्या में महिलाओं को यौन दासी बनाया. शाहजहां के हरम  में लगभग 8 हजार रखैलें थी. ये रखैलें शाहजहां के जहांगीर से विरासत में दी गई थी. जहांगीर बड़ी उम्र की महिलाओं को भगा देता था. वहीं, उनकी जगह  खूबसूरत महिलाओं और कम उम्र की लड़कियों को हरम में लाकर दिन-प्रतिदिन संख्या बढ़ता रहता और महिलाओं का मीना बाजार भी लगाता था. 


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ऐसे बना जीबी रोड
बता दें कि दिल्ली के जीबी रोड के इतिहास की कहानी काफी समय पुरानी है. कहा जाता है कि जब मुगलों का राज था, उस समय में कई रेडलाइट एरिया होते थे, लेकिन जब अंग्रेज आए तो उन्होंने इन सभी को एक कर दिया. इसके बाद इस जगह को जीबी रोड का नाम दिया गया. 


दिल्ली का बदनाम इलाका
जानकारी के मुताबिक, जिन औरतों को हरम से भगाया जाता था. उन्हें दिल्ली का जीबी रोड (रेडलाइट एरिया) लाया गया. इसके बाद से यह धंधा शुरू हुआ. कहा जाता है कि जबरदस्ती अपहरण करके लाई गई महिलाओं और लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने जब शाहजहां का मन भर जाता, तो राजा उन सब महिलाओं को अपने  संबंधियों और दरबारियों को इनाम के रूप में दे देता था. जिन ये लोग बेच देते थे और वे सभी महिलाएं दिल्ली के इस बदनाम इलाके लाई जाती थी. 


एक यूरोपीय यात्री बर्नियर ने अपनी एक बुक, जिसका नाम Travels in the Mughal Empire है. इसमें लिखा है कि मीना बाजार में अपहरण करके लाई गई महिलाओं को खरीदा और बेचा जाता था.
 
शाहजहां ने बेटी से बनाए संबंध 
कहां जाता है कि शाहजहां के हरम बड़ी संख्या में नाचने वाली लड़कियां और  नपुसंक बनाए गए लड़के होते थे. इनका इस्तेमाल शाहजहां अपनी वासना की आग बुझाने के लिए करता था. शाहजहां कामुकता के बहुत बदनाम था. इसके चलते विदेशी इतिहासकारों ने उसे अपनी बेटी जहांआरा के साथ रिश्ते बनाने का आरोपी कहा था. माना जाता है कि शाहजहां की मौत ज्यादा कामोत्तेजक दवाएं खाने से ही हुई थी. 


बेटे ने बनाया बाप को कैदी
जब शाहजहां बीमार हो गया तो उसके बेटे औरंगजेब ने उसे कैदी बना लिया और उसने उसकी हजारों रखैलों में से कुछ को हरम में रखा. साथ ही बची हुई रखैलों को उसने महल से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद वे लोग दिल्ली के रेड लाइट में बस गई, जिसे GB रोड भी कहा जाता है.


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