Chomu News: प्रदेश में आमजन को राहत देने के लिहाज से प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महंगाई राहत शिविर लगाए है. मुख्यमंत्री खुद इन शिविरों का जायजा ले रहे है,लगातार निरीक्षण कर रहे है. इन शिविरों को लेकर मुख्यमंत्री खुद गम्भीर है,लेकिन राजधानी जयपुर के चौमूं में इस शिविर को नगर पालिका के अधिकारी कोई रुचि नहीं दिखा रहे है.


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शहर के वार्ड नम्बर 16-17 का शिविर तेजाजी मंदिर में आज भी सुबह 10 बजे से शिविर शुरू होना था. वार्ड के लोग शिविर में पहुंच गए, लेकिन नगर पालिका EO जितेंद्र मीणा शिविर में नही पहुंचे. इसके कारण शिविर में आने वाले लोग इधर उधर चक्कर काटते रहे. जब कर्मचारियों से पूछा गया तो कोई संतोषजनक जबाब नहीं मिला. इधर, पार्षद महेंद्र लांबा भी शिविर पहुंचे, लेकिन अधिशासी अधिकारी शिविर में नजर नहीं आए.


कांग्रेस के पार्षद महेंद्र लाम्बा ने भी नगरपालिका अधिशासी अधिकारी पर मनमर्जी करने के आरोप लगाए हैं. जबकि नगर पालिका में कांग्रेस का ही बोर्ड है. कुल मिलाकर कांग्रेस के पार्षद ही EO की कार्यशैली से नाराज है. पार्षद महेंद्र लांबा ने कहा कि ना तो अधिशासी अधिकारी जितेंद्र मीणा मुख्यालय पर रुकते हैं और ना ही शिविर में आते हैं. शिविर में सुबह 10:30 बजे तक कर्मचारी भी नहीं पहुंचे थे.


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अधिकारी कर्मचारियों के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी रही. ऐसे में शिविर में आने वाले लोग परेशान नजर आए. इधर शिविर में आए एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा की बिना अधिशासी अधिकारी के आखिर कैसे काम हो. ऐसे में जरूरत है जो अधिकारी इन शिविरों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं उन पर एक्शन लिया जाए ताकि आम जनता को राहत मिल सके. इधर इस पूरे मामले में अधिशासी अधिकारी जितेंद्र मीणा से हमने बातचीत करने की कोशिश की लेकिन फोन नहीं उठाया.