Nagaur News : मकराना शहर के बाईपास तिराहे पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के बाहर कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को स्थानीय विधायक जाकिर हुसैन गैसावत के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया है.


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आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में इलेक्ट्रोल बांड को असंवैधानिक मानते हुए उस पर रोक लगाई और एसबीआई बैंक को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च तक सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने के निर्देश दिया गया था.


जिस पर एसबीआई ने चार माह का समय मांगा हैं. राजनीतिक चंदा देने वालो के नाम उजागर नहीं करने पर धरना देकर प्रदर्शन किया गया. विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने बताया कि 2017 में भाजपा सरकार द्वारा एचटीआई योजना लाई गई. जिससे कोई भी किसी भी राजनीतिक दल को बिना नाम बताए चंदा दे सकता हैं.


उक्त योजना के तहत राजनीतिक दलों को कुल 12 हजार करोड़ रुपए का चंदा प्राप्त हुआ. जिसमें एकेले भाजपा को 55 प्रतिशत 6 हजार 566 रुपए का चंदा मिला हैं. अब भाजपा अपने व्यापारी साथियों का नाम छिपाना चाहती हैं.


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जिसके लिए एसबीआई बैंक और भाजपा दोनों मिलकर चंदा देने वालों के नाम सामने नहीं आने दे रहे और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी नहीं मान रहे हैं, ताकि लोकसभा चुनावों में जनता इनकी सच्चाई नहीं जान सके.

इस दौरान ब्लॉक ग्रामीण अध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान, कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के मोहम्मद असलम चौधरी, बिरदाराम नायक आदि ने भी धरने को संबोधित क़िया.


इस दौरान शहर ब्लॉक अध्यक्ष नाथूराम मेघवाल, नोरतमल सिंगोदिया, एडवोकेट मोहम्मद शरीफ चौधरी, अनवर गहलोत, पार्षद अब्दुल खालिद, आदिल चौहान, जावेद शेख, शराफत खत्री, मोहम्मद इस्लाम सहित अन्य जने मौजूद थे.