Jaipur: राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम (Rajasthan State Electricity Generation Corporation) के सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल तापीय विद्युतगृह (Suratgarh Super Critical Thermal Thermal Power Station) में नया अध्याय जुड़ा है.


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 विद्युतगृह की 660 मेगावाट क्षमता की इकाई-8 का पूर्ण क्षमता पर लगातार 72 घण्टे का सफल परिचालन कर वाणिज्यिक उत्पादन आज से शुरू किया गया है. 


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सुपर क्रिटिकल इकाई के लिए उत्पादन निगम ने मैसर्स बी.एच.ई.एल. को 28 मार्च 2013 को कार्यादेश दिया गया था. मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने इस इकाई द्वारा वाणिज्यिक उत्पादन प्रारम्भ करने के लिए राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम की टीम को बधाई दी है.


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राज्य सरकार द्वारा 660-660 मेगावाट की दो सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल विद्युत इकाइयों की स्वीकृति दिनांक 02.03.2009 को दी गई थी तथा बजट घोषणा वर्ष 2019-20 में सूरतगढ़ की इन सुपरक्रिटिकल परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन प्रारम्भ शीघ्र किए जाने का लक्ष्य था. ऊर्जा मन्त्री, डॉ. बी.डी. कल्ला ने सूरतगढ़ सुपरक्रिटिकल की इकाई-8 के सफल वाणिज्यिक उत्पादन प्रारम्भ करने के लिए राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को बधाई दी. 


डॉ. कल्ला ने बताया कि कर्मचारियों के अथक प्रयासों से इस इकाई का कोयले पर सिन्क्रोनाइज 23 मार्च 2021 को एवं फुल लोड पर विद्युत उत्पादन 30 अगस्त 2021 को प्रारंम्भ हुआ था. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण संसाधनों एवं सामग्री की अनुपलब्धता के कारणवश निर्माण कार्यों में देरी होने से उत्पादित ऊर्जा का लाभ आम जनता को अब मिलना प्रारम्भ हुआ है. 


राजस्थान में विद्युत आपूर्ति बढ़ेगी
अतिरिक्त मुख्य सचिव, ऊर्जा विभाग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने सफलतापूर्वक आवश्यक परिचालन कर इस इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन शुरु होने पर कहा कि इससे राजस्थान में विद्युत आपूर्ति बढ़ेगी. अध्यक्ष एवं प्रबन्ध  निदेशक, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम आर.के.शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ तहसील में स्थित सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल विद्युत परियोजना की नवस्थापित 660 मेगावाट क्षमता की इकाई-8 प्रतिदिन 1.584 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादित करेगी. इकाई-8 से नियमित वाणिज्यिक उत्पादन प्रारम्भ होने से राविउनि की कुल उत्पादन क्षमता 7937.35 से बढ़कर 8597.35 मेगावाट हो गई है.