Virat Nagar: राजस्थान के विराटनगर के पावटा कस्बे में निर्जला एकदशी पर श्रद्धालुओं ने शहर में जगह-जगह मीठे पानी की छबीले लगाई और आने-जाने वाले लोगों को रोक-रोक कर जलपान कराया गया. महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा और परिवारों की सुख समृद्धि की कामना की. महिलाओं ने बड़े बुजुर्गों को ठंडा पेय पिलाया और उपहार स्वरूप तरबूज, खरबूजा और हाथ वाला पंखा भेंट कर आशीर्वाद लिया. 


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ज्येष्ठ माह में भीषण गर्मी के दौरान 42 पार जा रहे पारे के मद्देनजर निर्जला एकादशी के अवसर पर जगह-जगह लगाई गई छबीले लोगों को राहत दे रही थी. निर्जला एकादशी के मद्देनजर शनिवार सुबह ही विभिन्न सामाजिक संगठनों, धार्मिक संस्थाओं और श्रद्धालुओं ने शहर के सभी चौराहों, महत्वपूर्ण स्थानों, गलियों, नुक्कड़ों और सभी मार्गों पर ठडे़ जल की छबीले लगी हुई थी. 


कहीं पर शरबत तो कहीं पर नींबू पानी, गन्ने का जूस राहगीरों को पिलाया जा रहा था. पौराणिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह की निर्जला एकादशी को पानी पिला कर सेवा करना पुण्य का भागीदार माना जाता है और उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है. इसी विश्वास को सार्थक करते हुए श्रद्धालुओं ने निर्जला एकादशी पर जगह-जगह मीठे पानी की छबीले लगाई. 


श्रद्धालुओं ने मीठे जल के अलावा तरबूज, खरबूजे को भी प्रसाद के रूप में वितरित किया. शहर में ऐसा कोई मार्ग नहीं था जहां श्रद्धालुओं द्वारा मीठे पानी की छबील न लगाई गई हो. छोटे-छोटे बच्चे भी राहगीरों और वाहन चालकों को पानी पिला कर पुण्य के भागी बन रहे थे. हिन्दू मान्यता में व्रतों का बहुत बड़ा महत्त्व होता है, जिसके चलते आज महिलाओं ने भी निर्जला एकादशी का व्रत रखा.


Reporter: Amit Yadav


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