जयपुर कला महोत्सव में देश के चित्रकार, मूर्तिकार और इंस्टॉलेशन कलाकार दिखएंगे हुनर
ला और कलाकार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ कई निजी संस्थाएं भी काम कर रही हैं. जिससे कला का सम्मान हो और कलाकार को रोजगार मिले. इसी कड़ी में जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम कला मेले का आयोजन किया जा रहा है.
Jaipur: कला और कलाकार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ कई निजी संस्थाएं भी काम कर रही हैं. जिससे कला का सम्मान हो और कलाकार को रोजगार मिले. इसी कड़ी में जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम कला मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर के कलाकारों बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इसी के साथ ही जयपुर वासी कला मेले में आकर कलाकारों का हौसला अफजाई कर रहे हैं.
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गुलाबी नगरी जयपुर में अखिल भारतीय कला महोत्सव ‘जयपुर कला महोत्सव’ का छठां एडीशन जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में आयोजित किया जा रहा है. मेले में इस बार भी देश के कई नामी चित्रकार, मूर्तिकार और इंस्टालेशन कलाकार पांच दिन तक अपने हुनर का जीवंत प्रदर्शन कर रहे है.
साथ ही यहां लगने वाली स्टाल्स पर अपनी कलाकृतियां भी सजा रहे है. यह मेला राजस्थान यूनिवर्सिटी फाइन आर्ट डिपार्टमेंट और प्रतिभा एज्यूकेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सोसाईटी के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है. कला मेला संयोजक राकेश गुप्ता ने बताया कि जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में आयोजन मेले में 150 से अधिक स्टोल्स लगाई गई है. महोत्सव में पेन्टिंग्स, स्कल्पचर के अतिरिक्त डिजाइन, क्राफ्ट और इन्स्टालेशन वर्क है.
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मेले में देश के कई प्रांतों के कलाकार पेंटिंग, स्कल्पचर, पोटरी,टेक्सटाईल, फोटोग्राफी, पेपेरमैशी, ज्यूलरी, मैटल क्राफ्ट, आर्कीटेक्चर, वुड क्राफ्ट और इंस्टालेशन कलाओं में अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे है. मेले में राजस्थान यूनिवर्सिटी के करीब 100 स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स भी कला महोत्सव में अपने हुनर का प्रदर्शन दर्शा रहे है. महोत्सव के दौरान कई दिग्गज आर्टिस्ट अपने आर्टवर्क डिस्प्ले लाइव डेमो कर रहे हैं. कला महोत्सव में आकर कोई भी आर्ट स्टूडेंट महोत्सव समिति की अनुमति से आर्ट इंस्टॉलेशन कर सकता है, इसके लिए उसे निःशुल्क जगह उपलब्ध करवाई गई है.
युवा कलाकारों के लिए कई प्रकार के आर्ट वर्कशॉप का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें सभी आर्टिस्ट पार्टिसिपेट कर रहे है. इस दौरान कई प्रकार के कम्पिटिशन भी आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर इसी कड़ी में सवाई मानसिंह अस्पताल की चिकित्सक डॉक्टर रितिका अग्रवाल ने भी अपनी स्टॉल लगाई है. अगर पूरे मेले की बात की जाए तो सबसे अधिक भीड़ रितिका अग्रवाल के स्टाल पर उमड़ रही है. जिसका बहुत बड़ा कारण है रितिका लाइव कार्टूनिस्ट है, वह मेले में आने वाले लोगों के लाइव कार्टून चित्र बनाकर दे रही है. रितिका ने बताया पेशे से चिकित्सक होने के बावजूद उन्हें यह शौक बचपन से ही है कि, वह लोगों के कार्टून चित्र बनाए.
उन्होंने सबसे पहले अपने कार्टून चित्र बनाना शुरू करा, उसके बाद देश भर की सेलिब्रिटी के कार्टून चित्र बनाना शुरू करा, धीरे-धीरे यह कला कब उनका जुनून बन गई यह रितिका को भी नहीं मालूम. रितिका ने शादी के पहले और शादी के बाद चिकित्सकीय पेशा अपनाने के बाद भी इस कला को जारी रखा, जो कि निरंतर आगे भी जारी रखने की मंशा की बात रितिका कहती है.
उन्होंने बताया कि वह हमेशा से ही लोगों को हंसाने वाले कार्टून चित्र बना कर देती हैं, जिससे लोगों के चेहरे पर खुशी देख सके. तो वही कार्टून चित्र बनवाने वाली महिला ने बताया कि उन्होंने भी अपनी फैमिली का कार्टून चित्र बनाया है यह मेले का यादगार चित्र है वह हमेशा इसे संजो कर रखेंगी.
वहीं, कला महोत्सव के दौरान कलाकारो के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है. कलाकारों का कहना है कि ऐसे मेले आयोजित करने से कला और कलाकार का सम्मान बढ़ता है, और अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए एक उचित मंच उपलब्ध होता है. जिससे वह अपनी कला को और ज्यादा बढ़ावा देने का काम करता है.
यह बात सही है कि हर इंसान के अंदर कला छिपी हुई होती है. लेकिन उस कला का सही समय पर पता लगाया जाना जरूरी है. पता लगने के बाद उस कला को प्रदर्शित करने के लिए इस तरह के आयोजन आयोजित करना सराहनीय कार्य है. ऐसे आयोजन आयोजित करने से कला और कलाकार दोनों का ही सम्मान बढ़ता है,और कलाकार अपने घर से बाहर निकल कर प्रदेश ही नहीं देश विदेश में भी अपना नाम रोशन करता है. जिससे देश का मान और अधिक बढ़ता है. इसीलिए हमेशा कलाकारों का सम्मान करना चाहिए जिससे कला का भी सम्मान हो.
Reporter- Anup Sharma