Rajasthan News: जयपुर के रिहायशी इलाके में एक बार फिर से पैंथर ने दस्तक दी. अबकी बार विद्याधर नगर में तेंदुए की एंट्री हुई. बेकाबू भीड़ के कारण बार-बार तेंदुए को पड़कने में नाकामी हुई. घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम को ट्रेंकुलाइज करने में सफलता मिली. 


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दहशत नहीं,5 घंटे की पिक्चर हुई



जयपुर के इस रिहायशी इलाके में पैंथर की दस्तक के बाद हड़कंप नहीं मचा,बल्कि पूरे साढ़े 5 घंटे का ड्रामा हुआ. ऐसा इसलिए क्योंकि पुलिस और वन विभाग की टीम लगातार भीड़ को हटा रही थी,लेकिन फीमेल पैंथर डरकर बार बार भागती रही और बेकाबू भीड़ उसके पीछे पीछे दौड़ती रही.



जिस कारण 5 से 6 बार पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास किया गया. घंटों बीतते चले गए, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई. वन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक अरविंद माथुर ने कहा कि भीड़ के कारण फीमेल पैंथर डरी सहमी रही. जिस कारण बार बार वन विभाग को परेशान होना पड़ा.



भीड़तंत्र के सामने पैंथर सहमा



भीड़ को देखते हुए पैंथर ने 3 लोगों पर हमला किया. जिसमें एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत,गार्ड और राहगीर पर हमला बोला. वन विभाग के स्टाफ ने करीब दोपहर 12 बजे शहरी इलाके विद्याधर नगर में पैंथर को देखा. जिसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची.



विद्याधर नगर के सेक्टर 2 में आधा किलोमीटर में कभी पार्क तो कभी बहुमंजिला इमारतों में पैंथर दुबका रहा. एक बच्चे भी जख्मी होता बचा.भीड़ को देखकर दो बार पैंथर बाथरूम में छिपा रहा.



शाम करीब 5.30 बजे वन विभाग की टीम ने पैंथर का रेस्क्यू किया.इसके बाद बॉयोलॉजिक पार्क में ले जाया गया.बताया जा रहा है कि इस पैंथर को वन विभाग की टीम ने एमएनआईटी से रेस्क्यू किया था.पैंथर का मूवमेंट पापड़ वाले हनुमान से हुआ था.



आखिरकार जानवर कौन?



लेकिन पूरे रेस्क्यू से सवाल ये है कि आखिरकार जानवर कौन? भीड़तंत्र के बीच? इंसान पैंथर के बीच? फंसा रहा या पैंथर इंसान के बीच?. हालांकि बहुत से लोग तो घरों में दुबके रहे,लेकिन कई लोग सड़क पर पैंथर के पीछे पीछे दौड़ते रहे.वैसे वन विभाग की टीम ने अपील की है कि यदि रिहायशी इलाके में पैंथर का मूवमेंट होता है तो आप घर में ही सुरक्षित रहे.