Rajasthan Politics: विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले राजस्थान के सियासी हलकों से एक बार फिर ''पर्ची'' बाहर निकली है. कांग्रेस ने राज्य की भजन लाल सरकार को पर्ची की सरकार बताकर आरोप लगाए हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा नेताओं ने बयान पर पलटवार किया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस में तो पर्ची छोड़िए कान में फुसफुसाकर ही फैसले सुना दिए जाते हैं. खैर कांग्रेस बीजेपी के बीच पर्ची को लेकर चल रहे ये आरोप प्रत्यारोप विधानसभा सत्र के दौरान भी देखने को मिलेंगे.


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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर पर्ची से चुनने का आरोप लगाते हुए पर्ची की सरकार बताया था. इसके बाद आज कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चुने गए टीकाराम जूली ने कहा कि आज जिस प्रकार से पर्ची सरकार चल रही है. सरकार की किसी भी प्रकार की नई योजना नहीं है. मुख्यमंत्री ने बयन दिया है कि 100 दिन की मोदी की योजनाओं को का काम 30 दिन में पूरा कर दिया. इधर 22 तारीख को ऑर्डर निकाल कर पिछली सरकार के कामों पर रोक लगा दी. एक तरफ काम रोक दिए हैं, वहीं दूसरी तरफ कह रहे हैं कि 100 दिन के काम 30 दिन में कर दिए हैं. पहले तो सरकार ही, मुश्किल से पर्ची से सीएम आए हैं, बहुत दिनों में मंत्री नहीं बनाए गए, फिर बनें उनमें भी कई मंत्रियों ने कार्यभार ही नहीं संभाला अभी तक तो काम कैसे कर पाएंगे ?


मुख्य बात यह है कि जनता से ये वादे कर ते आए हैं, लेकि जनता की योजनाओं को बंद करने का प्रयास कर रहे हैं. आयुष्मान से इलाज कितने किए, राजीव गांधी युवा मित्रों को हटा दिया है, महात्मा गांधी प्रेरक भर्ती नहीं की, किसानों सहित हर वर्ग की योजनाओं को खराब कर दिए हैं. चालीस साल पुराने किसानों को पैसे कैसे दे दिए. जूली ने कहा कि मजबूत विपक्ष हैं हम, पार्टी में हमारे साथ अनुभवी हैं हम मिलकर सरकार की धज्जियां उखेड देंगे.


दूसरी ओर कैबीनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने पलटवार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष कुछ भी बयान दें, लेकिन उनके तो फैसले कान में रहते हैं. हमारे यहां तो कम से कम पर्ची सामने आती है, वो कान में फुसफुसा कर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्षउ बनाते हैं. हमारे यहां तो पर्ची होती है, सबके सामने जाती है और सबके सामने खुलती है. मीणा ने कहा कि पर्ची लाना कोई बुरी बात नहीं है, पर्ची मेने भी विधानसभा में कई बार लगाइ है और उसे पर्ची के आधार पर विधानसभा में कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पर्ची की परंपरा हरिशंकर भाभड़ा ने डाली थी और पर्ची अच्छी चीज है.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि यहां पहले चिट की सरकार थी. पहले जो पांच वर्षों झूठ और लूट के अलावा कोई काम नहीं किया . अब भजनलाल सरकार सशक्त, मजबूत नेतृत्व के साथ काम कर रही है. जोशी ने कहा कि जब जमीन खिसकती है वो ऐसे बयान देते हैं. विधानसभा में जनता ने इनको आयना दिखा दिया लोकसभा में भी तैयार रहें .
कुल मिलाकर पर्ची को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर हमलावर है, वहीं दो दिन बाद विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में सदन में पर्ची का मामला खूब उछल सकता है. हालांकि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा कह चुके हैं कि हम विपक्ष का मजबूती से जवाब देंगे.


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