जयपुर: मानसरोवर मेट्रो स्टेशन स्थित रावण बस्ती में 1 जून को लगी आग से प्रभावित लोगों को अभी तक कोई सरकारी मदद नहीं मिली है.इसी कारण बस्ती के निवासियों ने आज से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. घुमंतू अर्ध घुमंतु एवं विमुक्त जाति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया ने बताया उन्होंने कहा यह अनिश्चितकालीन तब तक जारी रहेगा, जब तक आग लगाने वाले आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है.


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इसी के साथ ही सरकार बस्ती में रहने वाले गरीब मजदूरों को राहत पैकेज दे जिससे बस्ती वाले एक बार फिर अपने पैरों पर खड़े हो सके.उन्होंने बताया पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाने के बाद भी आरोपियों पर पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है.मकान जलने के कारण बस्ती में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया रावण बस्ती में रह रहे परिवारों को बेदखल करने की नियत से उनकी बस्ती में कुछ भू माफियाओं द्वारा आग के हवाले कर दिया, जिसकी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है ना ही प्रशासन के अधिकारियों ने इन गरीबों की सुध ली है.


इस मामले में घुमंतु ,अर्ध घुमंतु एवं विमुक्त जाति परिषद ने आंदोलन करने की घोषणा करते हुए सरकार के सामने मांगों को रखा है.उन्होंने बताया तबाह हो चुके इन परिवारों को तुरंत राहत पैकेज जारी कर, उच्च अधिकारी के नेतृत्व में आंकलन समिति का गठन कर नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिलाया जाए.इसी के साथ बिना छत के रह रहे इन परिवारों को इनके मकानों को पुरानी अवस्था में तुरंत निर्मित करने, रोजमर्रा के जीवन को आसान बनाने के लिए राहत सामग्री प्रदान करने, नामजद रिपोर्ट में तुरंत कार्रवाई करते हुए आग लगाने के आरोपियों को गिरफ्तार करने, वहीं बस्ती में रहने वाले गरीब लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाने, आदि मांग सरकार से करी है.


रतन ने बताया यहां रहने वाले लोगों को कांग्रेस के पूर्व विधायक शिवराम शर्मा ने बसाया था लेकिन उनकी वर्तमान पीढ़ी घनश्याम शर्मा तथा अन्य लोग इन गरीब लोगों को बेदखल करना चाहते हैं.आग लगने से इनके कपड़े जो कुछ पैसा अन्य सामान बचा था वह सब जलकर खाक हो गया.अब खाना बनाने के लिए चुल्हा तक नहीं है , भरी गर्मी, बरसात में गीले कपड़े के नीचे बिना छत के छोटे-छोटे बच्चों और बूढ़े मां बाप के साथ रह रहे इन गरीब लोगों की मदद करने के लिए सरकार का कोई भी व्यक्ति नहीं आया है.अब राज्य भर के आदिवासी एवं घुमंतू जाति के लोग इन लोगों के साथ खड़े हो चुके है.मांगे नहीं माने जाने तक हजारों घुमंतू एवं आदिवासी लोगों के नेतृत्व में आंदोलन किया जाएगा.


REPORTER- ANOOP SHARMA