Photos: चलते ट्रेलर में जा घुसी सवारियों से भरी प्राइवेट बस, 3 की मौके पर मौत, 46 से अधिक यात्री घायल
Kotputli, Jaipur News: कोटपूतली के कंवरपुरा गांव के स्टैंड पर जयपुर से दिल्ली हाईवे पर एक भीषण हादसा पेश आया, जिसमें बस में सवार चालक सहित तीन सवारियों की मौत हो गई. वहीं, करीब 46 सवारिया घायल हो गई, जिनमें 10 की हालत गंभीर बनी हुई है. इन्हें सबसे पहले जयपुर SMS अस्पताल रेफर किया गया.
बस चलते ट्रेलर में पीछे से जा टकराई
अल सुबह करीब 4 बजे अजमेर से दिल्ली जा रही राधा स्वामी सत्संग में शामिल होने बस चलते ट्रेलर में पीछे से जा टकराई, जिसमें बस की सभी सवारियां घायल हो गईं और वहीं तीन की मौके पर मौत हो गई. गश्त कर रहे परिवहन विभाग के दस्ते ने सबसे पहले घटना को देखा, जिस पर पुलिस को सूचना दी और मौके पर एम्बुलेंस और निजी वाहनों की सहायता से सभी घायलों को राजकीय बीडीएम अस्पताल भिजवाया.
सवारियों में चीख-पुकार मच गई
परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर नरेश स्वामी ने बताया कि हादसा इतना भीषण था कि बस के पूरी तरह परखच्चे उड़ गए और सवारियों में चीख-पुकार मच गई. घटना की जानकारी प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियो को जैसे लगी, वैसे ही खुद जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त, ADM ओपी सारण, SDM ब्रजेश चौधरी DYSP राजेंद्र बुरड़क, कोटपूतली थाना अधिकारी राजेश शर्मा और सरुण्ड थाना अधिकारी इमरान खान मय पुलिस जाब्ते मौके पर पहुंचे और राजकीय जिला अस्पताल मे व्यवस्थाओं को संभाला.
समय से बेहतर इलाज
जिला कलेक्टर मैडम कल्पना अग्रवाल ने अस्पताल के सभी चिकत्सकों को बेहतर इलाज कर पूरे मामले की मॉनिटरिंग की. साथ ही सभी गंभीर घायलों को अस्पताल और निजी एम्बुलेंसों की सहायता से जयपुर रेफर करवाया, जिससे समय से बेहतर इलाज मिल सके.
कोटपूतली जिला अस्पताल केवल दिखावे का जिला अस्पताल
दिल्ली और जयपुर के बीच हाइवे पर केवल एक मात्र जिला अस्पताल है. कोटपूतली राजकीय बीडीएम अस्पताल लेकिन यहां नहीं है. किसी प्रकार की इलाज की पूरी व्यस्था ट्रॉमा सेंटर केवल दिखावे मात्र का आज इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बाद भी राजकीय बीडीएम अस्पताल मे घायलों को सही इलाज नहीं मिल पाया. साथ ही स्टॉफ भी पूरा अस्पताल नहीं पहुंच पाया. सभी घायलों को आसपास की निजी एम्बुलेंसों की सहायता से जयपुर रेफर कर दिया गया. एक का भी इलाज कोटपूतली बीडीएम अस्पताल मे प्रॉपर तरीके से नहीं किया गया. 46 घायलों में 10 की हालत गंभीर बनी हुई थी लेकिन सभी को जयपुर रेफर करने पर स्थानीय लोगों मे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ भारी रोष देखा गया.
अस्पताल प्रशासन को सबक लेने की आवश्यकता
अस्पताल में मेल-फीमेल और चिकत्सकों की पूरी व्यस्था होने के बाद भी इमरजेंसी सुविधाएं मे घायलों को प्रॉपर इलाज नहीं मिल पाता. केवल रेजिडेंस चिकित्सकों के द्वारा छोटा-मोटा इलाज कर इतिश्री कर ली जाती है. आज के इस हादसे से प्रशासन और अस्पताल प्रशासन को सबक लेने की आवश्यकता है हालांकि प्रशासन और पुलिस के अधिकारी घायलों का इलाज करने और रेफर करने के दौरान अस्पताल परिसर में डटे रहे और घायलों को बेहतर इलाज दिलवाने का प्रयास करवाया गया. वहीं, हादसे के बाद मौके से फरार हुए ट्रोला चालक को ट्रोला सहित चालक को पुलिस ने पकड़ लिया. अब इधर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.