डूंगरपूर के राजा से प्यार कर बैठी थीं लता, जानिए क्यों अधूरी रह गई प्रेम कहानी
6 फरवरी, 2022 को स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया लेकिन उनके द्वारा गाये गए गीत हमेशा के लिए अमर हैं. उनकी लव स्टोरी भी उनके गाने की तरह ही अमर है.
असली नाम हेमा मंगेशकर
6 फरवरी, 2022 को स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया लेकिन उनके द्वारा गाये गए गीत हमेशा के लिए अमर हैं. लता का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ, बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका असली नाम हेमा मंगेशकर था लेकिन करियर के दौरान उन्होंने अपना नाम लता रख लिया.
लता ने कभी शादी नहीं की
लता ने कभी शादी नहीं की और सादगी के साथ जीवन व्यतित किया. उन्होंने 30000 से ज्यादा गाने गाए लेकिन शायद ही खुद लता जी ने सोचा होगा कि वह इस मुकाम पर पहुंचेंगी, जहां तक पहुंचने का सफर हर शख्स देखता है. लता की तीन छोटी बहनें मीना खडीकर, आशा भोसले, उषा मंगेशकर और छोटे भाई हृदयनाथ मंगेशकर हैं. सभी भाई-बहनों में वह सबसे बड़ी थी. कम उम्र में भी लता ने अपने पिता को खो दिया था और घर की बड़ी बेटी होने की वजह से उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली थी.
राज सिंह डूंगरपूर के महाराजा
बहुत लोग कहते हैं कि घर की जिम्मेदारियों की वजह से ही कभी लता मंगेशकर ने शादी नहीं की लेकिन दूसरी ओर एक और किस्सा काफी प्रचलित है. कुछ मीडिया रिपोर्टस की मानें तो जिंदगी में एक बार लता को भी प्यार हुआ था और उसी प्यार के सहारे उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी काट दी. इस शख्स के अलावा कभी किसी के साथ लता का नाम नहीं जुड़ी. वह और कोई नहीं बल्कि दिवंगत क्रिकेटर और BCCI के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह थे. राज सिंह डूंगरपूर के महाराजा भी थे.
राज सिंह और लता की दोस्ती
शाही घराने से ताल्लुक रखने वाले राज सिंह और लता की दोस्ती लता की भाई की वजह से हुई. लता भी क्रिकेट में दिलचस्पी दिखाती थीं और राज भी उनके गानों के कायल थे. कहा तो यह भी जाता है कि राज अपने साथ लता के गानों का एक कैसेट जेब में लेकर चलते थे. लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. जब राज ने अपने पिता से लता संग शादी करने की इच्छा जताई तो उन्होंने यह कहते हुए साफ इनकार कर दिया कि एक आम लड़की राजघराने की बहू नहीं बन सकती.
हमेशा एक अच्छे दोस्त की तरह रहे
राज अपने पिता की बहुत इज्जत करते थे इसलिए उन्होंने उनकी बात मान ली. दोनों ने भले ही कभी शादी नहीं की लेकिन हमेशा एक अच्छे दोस्त की तरह रहे.