2 साल का होता है इस जानवर का गर्भकाल, सिर्फ इतने बच्चों के बन पाते हैं मम्मी-पापा
World Elephant Day: हाथी को जंगल के इंजीनियर के नाम से जाना जाता है क्योंकि ये अपने हिसाब स जंगल के स्वरूप को बदलते रहते हैं. हाथियों के संरक्षण के लिए 12 अगस्त सन 2012 से विश्व हाथी दिवस या वर्ल्ड एलिफेंट डे मनाया जाता है. इसी के चलते आज हम आपको हाथियों के बारे में कुछ रोचक बाते बताने जा रहे हैं.
हाथी महोत्सव
राजस्थान के पर्यटन विभाग द्वारा हर साल कई मेले और महोत्सव आयोजित करता है. जयपुर में हर साल मार्च-अप्रैल के महीने में हाथी महोत्सव मनाया जाता है.
हाथी की सवारी
इसके साथ ही जयपुर के आमेर किले में हाथी की सवारी करवाई जाती है, जो पूरी दुनिया में फेमस है. आमेर किले में हाथी की सवारी का किराया दो व्यक्तियों के लिए 1000 रुपये है.
गर्भ काल
हाथी का गर्भ काल 22 महीनों का होता है, जो कि जमीनी जीवों में सबसे लंबा है. जन्म के समय हाथी का बच्चा लगभग 104 किलो का होता है.
चार या पांच बच्चे
हाथी हर चार साल में बच्चे को जन्म देते हैं. हाथी 60-70 साल तक जीवित रह सकते हैं, लेकिन वे आमतौर पर अपने जीवन के दौरान केवल चार या पांच बच्चे ही पैदा करते हैं.
भारत का पहला हाथी गांव
हाथी जयपुर के आमेर शहर में दिखाई देता है क्योंकि यहां भारत का पहला हाथी गांव है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है.