CM Gehlot on coronation of congress president: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे से सामने आयी तस्वीरों ने कई सवालों के जवाब दिए. गहलोत और सोनिया गांधी के साथ जिस तरह आज तस्वीरें सामने आईं उससे गांधी परिवार के साथ मजबूत रिश्तों पर मोहर लगी है. सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ आज अशोक गहलोत ने की गर्मजोशी से मुलाकात की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


CM के OSD शशिकांत शर्मा ने गहलोत के दिल्ली दौरे की तस्वीरें शेयर की हैं. साथ ही ट्वीट कर लिखा है कि आज नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का अवसर मिला. सोनिया गांधी ने 22 साल तक जिस स्नेह एवं अपनेपन की भावना से पार्टी को चलाया वह सभी कार्यकर्ताओं के लिए एक मिसाल है. इस दौरान सोनिया गांधी के साथ परिवारिक अंदाज में अशोक गहलोत नजर आए.




इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कार्यकर्ताओें की पहली पंसद राहुल गांधी ही थे, लेकिन राहुल गांधी ने मना कर दिया. सीएम गहलोत ने आज दिल्ली में समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एक बार फिर कहा कि पीएम मोदी और मोदी सरकार को राहुल गांधी ही चुनौती दे सकते हैं. गहलोत ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे के पास संगठन का लंबा अनुभव है. इसका लाभ पार्टी को मिलेगा. खड़गे ने शशि थरूर को चुनाव में बड़े मार्जिन से हराया है. शशि थरूर एलीट वर्ग से आते हैं, लेकिन खड़गे जमीन से जुड़े नेता है. खड़गे पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे. खड़गे की जीत से कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी.




खड़गे के सामने राजस्थान बड़ी चुनौती
बता दें कि गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवाना नहीं चाहते हैं. अशोक गहलोत राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री हैं और राज्‍य के सीएम के रूप में उनकी तीसरी पारी है. सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्‍व करने वाले गहलोत इससे पहले वह 1998 से 2003 तक, 2008 से 2013 तक और फिर 2018 को तीसरी बार राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार थे. लेकिन 25 सितंबर को गहलोत समर्थक विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था.


ये भी पढ़ें- खड़गे बने कांग्रेस आलाकमान तो राजस्थान पर फैसले से पहले CWC और AICC महासचिवों ने दिए इस्तीफे


इसके बाद सीएम गहलोत ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष का चुनान लड़ने से इंकार कर दिया था. सीएम गहलोत ने राजस्थान के घटनाक्रम की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से माफी मांग ली थी. खड़गे ने आज पदभार ग्रहण कर लिया है. खड़गे के सामने सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान में गहलोत और पायलट कैंप को साधने की रहेगा. विपरित ध्रुव वाले दोनों गुटों को एकजुट करने पर ही राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट हो सकती है.