Jaipur News : राजस्थान में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी मिशन 2023 पूरा करने में जुट गई है. प्रदेश भाजपा गुर्जर समाज को साधने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की चुनावी एंट्री करा रही है. इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला दौरा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को भीलवाड़ा के आसींद में गुर्जरों के आराध्य देव देवनारायण भगवान की 1111वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.


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प्रदेश में दिसम्बर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी है. कांग्रेस 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान तहत जनता की नब्ज टटोलने निकल रही है. वहीं बीजेपी पहले जन आक्रोश यात्रा और जन आक्रोश सभाओं के माध्यम से जनता के बीच पहुंच रही है. जनाक्रोश अभाव में केंद्रीय नेताओं की एंट्री हो चुकी है वहीं अब चुनावी साल की शुरुआत में प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री होने जा रही है. लोक देवता भगवान देवनारायण की जयंती के कार्यक्रम में पीएम मोदी के भीलवाड़ा जिले के आसींद में आने का प्रोग्राम तय हो रहा है.


पीएम मोदी की सभा के जरिये बीजेपी मिशन—2023 को हासिल करने के लिए जातिगत राजनीति में प्रवेश कर रही है. संभावना यह है कि पीएम मोदी की इस सभा के जरिये बीजेपी प्रदेश के 7 प्रतिशत से अधिक गुर्जर समाज के वोट बैंक को साधने की कोशिश करने जा रही है. यह तबका पिछले चुनाव में गुर्जर समाज ने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट समर्थन में कांग्रेस के साथ चला गया था.


गुर्जर समाज की आस्था है लोक देवता देवनारायण में


देवनारायण राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता है , जिनमें गुर्जर समाज की बड़ी गहरी आस्था है. मालासेरी (भीलवाड़ा जिले में आसींद के पास) देवनारायण का जन्म हुआ. ऐसे में मालासेरी धर्म के प्रति गुर्जर समाज श्रद्धा और आस्था से जुड़ा है.


आदिवासियों के बाद अब गुर्जर समाज पर नजर -


राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अब जातियों को साधने की रणनीति बना रही है. इसके तहत पहले पार्टी ने आदिवासियों को रिझाने के लिए आदिवासी सम्मेलन और मानगढ़ धाम पर पीएम मोदी के कार्यक्रम का आयोजन किया था. अब भाजपा ने गुर्जरों पर नजरें गड़ाई हैं. गुर्जर वोट को साधने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को भीलवाड़ा के आसींद में गुर्जरों के आराध्य देव देवनारायण भगवान की 1111वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं. बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि पीएम मोदी का राजस्थान दौरा बन रहा है , पार्टी कार्यकर्ताओं को सभा की आवश्यक तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं.


14 जिलों की 50 से अधिक सीटों पर असरदार-


प्रदेश के करीब 14 जिले गुर्जर बाहुल्य हैं, जहाँ यह समाजचुनावी उलटफेर पर सीधा असर रखता है. आबादी के लिहाज से राजस्थान में गुर्जर समाज 7% से ज्यादा है. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से करीब 50 विधानसभा सभा सीटों पर गुर्जर मतदाता हार जीत मैं निर्णायक भूमिका निभाते हैं. भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर , टोंक, दौसा, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, अलवर, राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा इन जिलों में गुर्जर बाहुल्य है जबकि जयपुर ग्रामीण , झुंझुनू सीकर , चितैडगढ, पाली, उदयपुर जिलों की कुछ विधानसभा सीटों पर समाज का असर है.


बीजेपी की इसलिए गुर्जरो पर नजर -
2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से एक भी गुर्जर विधायक नहीं बन पाया जबकि कांग्रेस में 8 विधायक गुर्जर समाज से जीत कर विधानसभा पहुंचे. हालांकि उस वक्त प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट थे और उनके मुख्य मंत्री बनने की संभावना के चलते गुर्जरों ने एकतरफा कांग्रेस को वोट दिया. वहीं पायलट सीएम नहीं बने तो लोकसभा चुनाव में यह वोट बैंक भाजपा की तरफ डायवर्ट हो गया. गुर्जर नेता शैलेन्द्र सिंह की मानें तो पीएम मोदी की सभा से गुर्जर समाज में एक अच्छा मेसेज जायेगा. पिछले चुनाव में किन्ही कारणों से जो गुर्जर कांग्रेस के समर्थन में चला गया था वो फिर से बीजेपी से जुड़ेगा. शैलेन्द्र ने कहा कि बीजेपी वही पार्टी है जिसने लम्बे समय से चली आ रही आरक्षण की मांग को पूरा किया. केंद्र की मोदी सरकार ने गुर्जर समाज को अति पिछड़ा वर्ग में क़ानूनी मान्यता दी. भगवान देवनारायण न केवल गुर्जर समाज बल्कि अन्य समाज के आराध्य है. मोदी के इस दौरे से समाज में एक उत्साह का संचार होगा.


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