टिकैत के राजस्थान दौरे पर सियासी दलों की पैनी नज़र, किसानों के नाम पर जाटों को साधेंगे टिकैत
टिकैत कुछ दिन राजस्थान (Rajasthan News) के दौरे पर रहेगें. किसान नेता राकेश टिकैत ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर कहा अभी तक किसानों ने कोई फैसला नहीं किया है. आचार संहिता लगने के बाद देखेंगे क्या करना है
Jaipur: राकेश टिकैत का आज न्यू सांगानेर के राज प्लाजा होटल में पहुंचने पर कांग्रेस नेता चौधरी करण सिंह ने स्वागत किया. इस दौरान उत्तर प्रदेश जाट समाज के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. राकेश टिकैत यहां विद्याधर नगर में जाट समाज के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. इससे पहले कल राकेश टिकैत ने दौसा में आईआईएमके प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi)पर बयान दिया. टिकैत ने ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को देश के लिए भाजपा से भी बड़ा खतरा करार दिया. राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि ये आंदोलन स्थगित हुआ है खत्म नहीं. टिकैट ने कहा कि सरकार समझौते पर काम कर रही है लेकिन रफ्तार धीमी है.
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टिकैत ने ओवेसी को भाजपा से भी खतरनाक बताया और आरोप लगाया कि सरकार जो कहती है ओवेसी वही भाषा मंच से बोलते है. टिकैत ने कहा कि ओवेसी और भाजपा की पाठशाला अलग-अलग है. लेकिन रात को ट्यूशन दोनों एक ही जगह पढ़ते है. दोनों में ज्यादा फर्क नहीं है, ओवेसी बांटने का काम कर रहे है. टिकैत ने पंजाब में हुए विस्फोट के लिए केन्द्र सरकार को कटहरे में खड़ा किया और कहा कि ये सब केन्द्र की सरकार के इशारे पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव (UP Election) में भीड़ नहीं जुटने से भाजपा इतनी परेशान हैं कि यूपी के गन्ने के बैनर पोस्टर दिल्ली में लगाने पड़ रहे हैं. यूपी सरकार से लोगों की नाराजगी ज्यादा होने की वजह से टिकैत भाजपा की राह आसान नहीं मानते. टिकैत ने युवाओं से कहा कि वे ट्रैक्टर चलाना जानते हैं और युवा ट्विटर चलाना इस लिए युवाओं को ट्विटर पर किसानों के लिए काम करना चाहिए.
टिकैत कुछ दिन राजस्थान के दौरे पर रहेगें. किसान नेता राकेश टिकैत ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर कहा अभी तक किसानों ने कोई फैसला नहीं किया है. आचार संहिता लगने के बाद देखेंगे क्या करना है. हालांकि टिकैत ने यह भी कहा यह किसानों की मर्जी है कि वह जिसके साथ जाना चाहते हैं. पंजाब में भी कुछ संयुक्त मोर्चे के लोग चुनावी जंग में कूद रहे हैं वह उनका फैसला है. वही किसान नेता टिकैत ने केंद्र सरकार को भी चेतावनी देते हुए कहा जो समझौता हुआ है, उस पर सरकार काम करें, फिलहाल जो काम की रफ्तार है वह धीमी है, उसे तेज करें जिससे समझौते के अनुरूप काम हो सके.