Rajasthan transpot News: राजस्थान परिवहन मंत्री बृजेन्द्र सिंह ओला ने प्रदेश में 6 नए जिला परिवहन कार्यालयों के लिए तो मंजूरी दे दी है, लेकिन प्रदेश में आज भी आरटीओ कार्यालय पर्याप्त नहीं हैं. दरअसल परिवहन विभाग से जुड़े कुछ कार्य केवल आरटीओ कार्यालय में ही हो सकते हैं, लेकिन विभाग अन्य जिलों में तो दूर, अभी संभागीय मुख्यालय बांसवाड़ा में भी नया आरटीओ कार्यालय खोलने के लिए राजी नहीं है. क्यों है नए आरटीओ (RTO) की जरूरत, कैसे हो सकता है समाधान.


राजस्थान में परिवहन कार्यालयों का हाल


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6 नए जिलों में डीटीओ ऑफिस खोलने के प्रस्ताव को परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला ने मंजूरी दे दी है. वहीं बांसवाड़ा पहला संभाग ऑफिस होगा, जहां पर आरटीओ नहीं बल्कि डीटीओ ऑफिस होगा. आरटीओ ऑफिस नहीं होने की वजह से बांसवाड़ा के लोगों को वाहन, ड्राइविंग स्कूल, फिटनेस और लाइसेंस से संबंधित सभी कार्यों के लिए 165 किमी दूर उदयपुर आरटीओ ऑफिस जाना होगा. इससे पहले विभाग सभी 7 संभागों में आरटीओ ऑफिस खोल चुका है.


राजस्थान में 100 किमी पर जिला, RTO 250 किमी पर


नए पाली और सीकर संभाग में पहले से ही आरटीओ ऑफिस संचालित हैं. 6 नए डीटीओ ऑफिसों के प्रस्ताव को मंत्री की मंजूरी के बाद अब वित्त विभाग को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. मंजूरी मिलने के बाद अनूपगढ़, डीग, गंगापुर सिटी, खैरथल, नीम का थाना और सांचौर में नए डीटीओ ऑफिस खुल सकेंगे. हालांकि नए आरटीओ कार्यालय खोले जाने के लिए अभी कोई कवायद नहीं की गई है.


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परिवहन विभाग से जुड़े इन कार्यों को पूरा करने के लिए आरटीओ ऑफिस होना जरूरी है. प्रदेश में कई जिला परिवहन कार्यालयों से प्रादेशिक परिवहन कार्यालयों यानी आरटीओ के बीच की दूरी 250 किलोमीटर से भी अधिक है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करीब 100 किमी की दूरी पर नए जिले शुरू कर दिए हैं, लेकिन आरटीओ कार्यालय से जुड़े कार्यों के लिए 270 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ रही है.


प्रदेश में 14 आरटीओ, 7 की और दरकार ?


- श्रीगंगानगर डीटीओ से बीकानेर RTO 245 किमी जाना पड़ रहा


- बाड़मेर के व्यक्ति को जोधपुर RTO 200 किमी दूर जाना पड़ रहा


- जैसलमेर से जोधपुर की दूरी 266 किलोमीटर


- बांसवाड़ा से उदयपुर की दूरी 156 किलोमीटर


- 7 जिला परिवहन कार्यालयों को RTO में क्रमोन्नत करने की जरूरत


- बांसवाड़ा, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, नागौर, झालावाड़, सिरोही, भीलवाड़ा हों क्रमोन्नत


- ऐसा करने से ज्यादातर जिलों में 100 किमी की पहुंच में RTO ऑफिस होंगे