जयपुर: राजस्थान में बिजली का सिस्टम गड़बड़ा गया है.मानसून की बारिश थमने से डिमांड बढ़ गई है और उत्पादन कम हो गया है.अब बढ़ते बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गंभीर है.सीएम गहलोत ने मौजूदा स्थिति को लेकर ऊर्जा विभाग के साथ मीटिंग ली.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक सप्लाई से बिजली की डिमांड बढ़ी


राजस्थान में मानसून की मनमर्जियों के बीच बिजली का संकट गहरा गया है.सुस्त मानसून के कारण उघोगों में बिजली कटौती की जाएगी,हालांकि आमजन और किसानों को फिलहाल बिजली की सप्लाई होगी.अगस्त में बारिश की कमी से अचानक बिजली की डिमांड बढ़ गई.लेकिन पिछले एक सप्ताह में राज्य और उत्तर भारत की बिजली डिमांड पहुंच गई है. लेकिन इसके बावजूद सरकार महंगी दरों पर बिजली खरीदने को भी तैयार है,लेकिन बिजली एक्सचेंज में बिजली उपलब्ध नहीं हो रही है.



अचानक लोड बढ़ने कारण ट्रांसफार्मर ट्रिपिंग की समस्या आने लगी है.कल हीरापुरा GSS पर बड़ी ट्रिपिंग के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही.


कोटा थर्मल पावर स्टेशन की दो यूनिट बंद


इसके अलावा कोटा थर्मल पावर स्टेशन पर 5 दिन से दो यूनिट बंद है.जिस कारण 320 मेगावाट बिजली बनना बंद हो गया है.वहीं बिजली निगम और तकनीकी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण भी समस्याएं बढ़ गई है.वहीं चित्तौड़गढ़ में 315 केवीए के ट्रांसफार्मर की ट्रिपिंग के कारण मेवाड़ में बिजली की संकट बढ़ गया है.अब मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए केरल से इंजीनियरों की टीम आकर समस्या का समाधान करेगी.तब तक के लिए वैकल्पिक विद्युत विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की है.


900 यूनिट तक बढ़ी डिमांड-


पिछले साल के मुकाबले इस साल 900 यूनिट तक डिमांड बढ़ गई है.बिजली की जरूरत 3475 लाख यूनिट की है,जबकि बिजली आपूर्ति 3265 लाख यूनिट तक हो पा रही है.ऐसे में फिलहाल उद्योगों की बिजली कटौती शुरू हो गई है,फिलहाल आमजन को बिजली संकट से परेशानियां नहीं होगी.


ये भी पढ़ें


तुरंत होगा तोंद पर असर, हो जाएंगे फिट, बस ऐसे करें केले और दही का उपयोग


अर्जेंट पड़ जाए अग पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत, करें ये तुरंत वाला जुगाड़


पेपर लीक केस: ED ने आरोपियों की करोड़ों की संपत्ति की जब्त, सामने आया कितने में बिका पेपर