Bagru: बगरू के रीको ओद्योगिक क्षेत्र विस्तार द्वितीय स्थित पार्क को विकसित करने में ठेकेदार की ओर से की गई अनियमितताओं की बार-बार शिकायत करने के बाद भी रीको प्रशासन की ओर से संबंधित फर्म के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करने से अक्रोशित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने काली पट्टी बांधकर रीको अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैए के खिलाफ विरोध जताया. 


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समाजसेवी रामस्वरूप कारगवाल और सुरेश बागड़ा सहित ग्रामीणों ने बताया कि रीको के द्वितीय फेज पार्क में दो हजार पेड़ लगाकर पार्क को विकसित करने का टेंडर ग्रीन एग्रो बिजनेस सिस्टम फर्म को दिया गया था. जिसका टेंडर गत 20 सिंतबर को जारी किया गया था. निविदा शर्तो के अनुसार 13 लाख 99 हजार रूपये की लागत से 1 जून 2022 तक पार्क में हरियाली विकसित करने और 1 अक्टूबर 2026 तक पार्क का रखरखाव करना था.


साथ ही पेड़ों के न्यूनतम ऊंचाई 7 फीट, गड्ढों की गहराई 60×60 सेंटीमीटर, गड्डो से कंकड़ पत्थर हटाना, कीटनाशक मिश्रण करना, उर्वरकों का मिश्रण करना और टैंकर से पानी देना कार्य भी शामिल था. लेकिन संबंधित संवेदक की ओर से मौके पर ऐसा कुछ भी नहीं किया गया और कार्य में घोर अनियमितताएं बरती गई.


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जिसके चलते 11 जून तक सभी पेड़ जलकर ठुट हो गए. इसको लेकर गत महीने में ही रीको इंडस्ट्रियल एसोसिएशन अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल को भी संबंधित उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के लिए लिखित में ज्ञापन देकर टेंडर की फर्म ग्रीन एग्रो बिजनेस सिस्टम के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने जारी की गई राशि की वसूली करने और पार्क को फिर से विकसित करने की मांग की गई थी. 


लेकिन रीको प्रशासन की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं होने पर पार्क में जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट किया और बताया गया कि जब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक विरोध जारी रहेगा. इस दौरान रामस्वरूप कुमावत, पार्षद नारायण सैनी, पूर्व पार्षद रामअवतार शर्मा, प्रधान सैनी, जगदीश, कमलेश कुद्दीवाल, मनोज, विजेंद्र बालोदिया, दिनेश बहरा, सुरेश बागड़ा, रामलाल मुंडोतिया, रविशंकर शर्मा और भगवानसहाय बारवाल मौजूद रहे. 


Reporter: Amit Yadav


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