राहुल गांधी बोले- एक व्यक्ति एक पद, गहलोत का बयान- अध्यक्ष पर लागू नहीं होता ये फॉर्मूला
राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कहा कि उदयपुर डिक्लेरेशन के मुताबिक एक व्यक्ति एक पद होना चाहिए. अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) इससे पहले बयान दे चुके है कि ये फॉर्मूला कांग्रेस अध्यक्ष ( Congress President ) पद पर लागू नहीं होता है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव अपने अंतिम चरण में है. उससे पहले केरल में राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा बयान दिया है. राहुल गांधी ने उदयपुर घोषणापत्र का जिक्र करते हुए कहा कि एक व्यक्ति को एक पद पर ही रहना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि हमने उदयपुर में देश के लोगों से और पार्टी कार्यकर्ताओं से एक वादा किया था. मुझे भरोसा है कि हम उस पर खरा उतरेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि उदयपुर डिक्लेरेशन के मुताबिक 'एक व्यक्ति, एक पद' सिद्धांत को मेंटेन करना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष ( Congress President ) पद के दावेदारों को सलाह देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद वैचारिक पद है. जिसमें भारत का दृष्टिकोण है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे है. लेकिन अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या वो राजस्थान ( Rajasthan ) के मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे. या देशभर में संगठन के लिए काम करने के लिए वो राजस्थान में मुख्यमंत्री का पद छोड़ेंगे. अशोक गहलोत को गांधी परिवार की पसंद के तौर पर देखा जा रहा है. अशोक गहलोत ने बुधवार को सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) से मुलाकात भी की थी. दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा था कि मैं अंतिम सांस तक राजस्थान के लोगों की सेवा करता रहूंगा. तो वहीं दो दिन पहले जयपुर में विधायकों के साथ बैठक में अशोक गहलोत ने सभी विधायकों से अगले बजट की तैयारी में लगने को कहा था. बजट की तैयारी का कहकर अशोक गहलोत ने ये स्पष्ट संकेत दे दिया था कि अगला बजट वही पेश करेंगे. लेकिन अब राहुल गांधी का ये बयान नए समीकरणों की ओर संकेत कर रहा है.
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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ( Digvijay Singh ) ने भी बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को किसी राज्य के मुख्यमंत्री का जिम्मा नहीं संभालना चाहिए. हालांकि अशोक गहलोत ने आज सुबह ही ये स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद एक व्यक्ति एक पद के दायरे में नहीं आता है. ये पद इलेक्टेड पद है. अगर आलाकमान किसी को नॉमिनेट करता है. कोई जिम्मेदारी देता है. तब वो दो पद माने जाएंगे. ऐसे में राहुल गांधी के बयान के बाद एक बार फिर से चर्चाएं अशोक गहलोत, कांग्रेस अध्यक्ष और राजस्थान की राजनीति के इर्द गिर्द घूम रही है.
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अशोक गहलोत के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष ( Congress President ) पद के लिए नामांकन करने वालों में शशि थरुर का नाम चर्चा में है. तो वहीं मनीष तिवारी से लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम भी चर्चा में है. इसके अलावा मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि जब मुझे चुनाव लड़ना होगा तो आपको पता चल जाएगा. दिग्विजय सिंह ने इस बयान से खुद के भी रेस में शामिल होने के संकेत दिए है. इन नामों के अलावा मुकुल वासनिकी, मल्लिकार्जुन खड़के, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धेरमैया और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण का नाम भी चर्चाओं में है. हालांकि अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) के नाम के अलावा शशि थरुर ही ऐसा नाम है जिसने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.