Rajasthan: सेना की तैयारी कर रहे युवा ध्यान दें...राहुल गांधी का बड़ा बयान-`हमारी सरकार आई तो हटाएंगे अग्निवीर योजना`
Rahul Gandhi on Agniveer Yojana : सांसद राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर कहा कि हमारी सरकार आई तो अग्निवीर योजना हटा देंगे. वहीं उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार भी किया.
Rahul Gandhi on Agniveer Yojana : 18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस नेता और रायबरेली के सांसद राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना (Agniveer Yojana ) को लेकर बड़ा बयान दिया है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अग्निवीर को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी.
राहुल गांधी ने कहा, '' भाजपा को अग्निवीर अच्छा लगता है, आप रखिए. हम अग्निवीर जब हमारी सरकार आएगी तो हटा देंगे. उन्होंने कहा कि हम सोचते हैं कि सेना, जवानों और देशभक्तों के खिलाफ अग्निवीर योजना है. हम इस स्कीम को नहीं चाहते हैं.''
राहुल गांधी और राजनाथ सिंह के बीच बयानबाजी
राहुल गांधी ने कहा कि बारूदी सुरंग विस्फोट में एक अग्निवीर ने जान गंवा दी लेकिन उसको 'शहीद' नहीं कहा गया. उन्होंने बयान देते हुए कहा कि एक इस्तेमाल करो और फेंक दो वाला मजदूर अग्निवीर है.इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि राहुल गांधी को गलत बयान नहीं देना चाहिए और सदन को गुमराह करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
रक्षा मंत्री ने कहा कि 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता हमारी सीमाओं की रक्षा करते हुए या युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीर के परिवार को दी जाती है, इसलिए राहुल गांधी को गलत बयान नहीं देना चाहिए. इस पर राहुल गांधी ने पलटवार किया और कहा,'' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का और हमारा मानना कुछ हो सकता है, लेकिन असलियत तो अग्निवीर के घरवालों और परिजनों को पता है.''
गौरतलब है कि जब अग्निवीर योजना आई थी तब देश और राजस्थान में इसका जमकर विरोध देखा गया था. हालांकि कुछ जगहों पर इस योजना का स्वागत भी किया गया था. राजस्थान में ज्यादातर शेखावटी इलाके सीकर, झुंझुनूं और चूरू से युवा सेना में भर्ती की तैयारी करते हैं. ऐसे में इस इलाके से भी जमकर अग्निवीर योजना का विरोध किया गया था.
क्या है अग्निवीर भर्ती स्कीम?
केंद्र की मोदी सरकार ने 14 जून, 2022 को सशस्त्र बलों भर्ती होने के लिए अग्निवीर योजना को शुरू किया था. इस योजना के तहत चार साल की अवधि के लिए युवाओं को अग्निवीर के रूप में मान्यता दी जाएगी. सरकार ने तय किया कि अग्निवीर भारतीय सेना में अलग से एक रैंक होगी.